Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू कर सकते हैं?
Kakadnath Chicken |
कड़कनाथ चिकन क्या है?
कड़कनाथ चिकन की रंग पूरी तरह से काला होता है उसकी चमरा, मांस, नाखून, हड्डियां और रक्त भी काले रंग की होती है। कड़कनाथ मुर्गी बहुत ही लाभदायक होता है हमारे शरीर के लिए खासकर हार्ट के पेशेंट के लिए! इसलिए इसकी कीमत ₹900-1000/kg के हिसाब से बिकती हैं। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे 60 से 90 रुपए तक बिकती है। खाली एक अंडे की कीमत है ₹60 या ₹90 होता है।
कड़कनाथ चिकन मध्य प्रदेश के Jhabua और छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में पाई जाने वाली एक खास किस्म की मुर्गी है जिसकी मांस और अंडा दोनों ही फायदेमंद है हमारे शरीर के लिए खासकर हार्ट के पेशेंट के लिए। कड़कनाथ चिकन को काली मासी मां भी कहा जाता है।
कड़कनाथ चिकन में प्रोटीन की मात्रा बहुत ही ज्यादा होती है और फैट और कोलेस्ट्रोल की मात्रा बहुत ही कम है इसलिए इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है और इसको GI Tag (Geographical Indications) मिल चुका है हाल ही में। कड़कनाथ चिकन में पाए जाने वाली न्यूट्रिशन की मात्रा आप खुद देख सकते हैं,
High Protein 25%, High Nutrition, Enriched Amino Acid, Cholesterol or fat less than 1%
कड़कनाथ चिकन के अंडे भी बहुत फायदेमंद है खासकर बूढ़े लोगों के लिए और बढ़ते हुए बच्चों के लिए। केदारनाथ मुर्गी के अंडे से माइग्रेन, हेडेक, किडनी का प्रॉब्लम ठीक होता है।
कड़कनाथ चिकन मैं प्रोटीन की मात्रा बहुत ही ज्यादा और कोलेस्ट्रोल या फैट की मात्रा बहुत ही कम है इसकी वजह से भी इसकी डिमांड बढ़ रही है।
कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होती है इसीलिए अगर आप चाहे तो कॉन्ट्रैक्ट बेसिस में पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं। इंडिया में कड़कनाथ चिकन को एक्सपोर्ट भी किया जाता है दूसरी देशों में इसीलिए कड़कनाथ चिकन बहुत ही लाभदायक बिजनेस आइडिया है सबके लिए। कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़े बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्मर के साथ मिलकर छोटे-छोटे पोल्ट्री फार्मर केदारनाथ चिकन की फार्मिंग कर रहे हैं।
कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होता है इसीलिए सबके लिए आसान नहीं होता है पोल्ट्री फॉर्म खोलना!
आप पोल्ट्री फॉर्म अगर खोल भी लिए तो उनको बेचना एक प्रॉब्लम होता है क्योंकि कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होता है, इसीलिए बिक्री करने के लिए थोड़ी बहुत प्रॉब्लम आ सकती है छोटे-मोटे बिजनेसमैन के लिए या फार्मर के लिए। इसीलिए जिनके पास कम पूंजी है पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग से केदारनाथ चिकन की पोल्ट्री फार्मिंग आसानी से कर सकते हैं।
Kadaknath Chicken Contract Poultry Farming या buy-back policy क्या होता है?
कड़कनाथ चिकन की दाम बहुत ज्यादा है इसलिए इसकी फार्मिंग करना आसान नहीं है। सबसे दिक्कत होती है उसका मार्केटिंग करना मतलब बेचना इसीलिए कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फॉर्म मैं कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और बाय-बैक पॉलिसी बहुत अच्छा ऑप्शन है नहीं तो आपको बेचने में दिक्कत आ सकती हैं।
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग के लिए जिसके पास इन्वेस्टमेंट के लिए कम पैसे हैं ही कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए कड़कनाथ चिकन की फार्मिंग कर सकते हैं।
कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में बहुत सारे ऑप्शन होते हैं जैसे कि जिनके पास ज्यादा इन्वेस्टमेंट करने के लिए पैसे नहीं है तो आप खाली 100-200 केदारनाथ चिक या बच्चे के साथ शुरू कर सकते हैं पोल्ट्री फार्मिंग। जिसके लिए आपको 50000- ₹75000 ही लगेंगे। आजकल कुछ कंपनियां बहुत ही क डिपॉजिट से कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के अवसर दे रहेे हैं छोटे-मोटे किसानों को और छोटे बिजनेसमैन को। आपके पास अगर कम पैैेसे हैं तो भी आप उनसेे जुड़ सकते हैं उनकेे पास बहुत सारे ऑप्शन होता हैै।
कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में कंपनी से सब कुछ कंट्रोल किया जाता है जैसे कि वैक्सीनेशन, डिजीज कंट्रोल, और चिकन को वापस खरीद लेना और अंडे भी वापस खरीद लेना आपको मार्केटिंग की चिंता नहीं होती है।
बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्मिंग कंपनियां छोटे-छोटे पोल्ट्री फार्म के मालिक के साथ एक एग्रीमेंट पेपर साइन करते हैं जिसमें सब कुछ डिटेल्स में लिखा रहता है। जैसे कि कितने अमाउंट डिपॉजिट करना है, कितने दिन के लिए एग्रीमेंट की जा रही है मतलब एग्रीमेंट का ड्यूरेशन या अवधि, चूजे के दाम, अंडे का दाम, कितने में चिकन रिटर्न कंपनी को बेचना है सब कुछ डिटेल्स में लिखा होता है।
कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए बहुत सारे एग्रीमेंट या पॉलिसी के ऑप्शन होते हैं कंपनी के पास। आजकल तो 10-20 हजार से भी कॉन्ट्रैक्ट पॉलिसी बनाया जाता है छोटे किसानों के लिए। इनके पास ज्यादा पैसा है इन्वेस्टमेंट के लिए उनको 50%-50% परसेंट का फ्रेंचाइजी भी ऑफर किया जाता है लेकिन उसके लिए 20 लाख रुपए की जरूरत पड़ती है। इस फ्रेंचाइजी के जरिए आप कंपनी के शेयर होल्डर भी बन सकते हैं और कंपनी की तरफ से हर तरह की सुविधा दी जाती हैं सब कुछ वही लोग अरेंज करते हैं किसान या कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती खाली उनको इन्वेस्टमेंट करनी होती है और जगह की जरूरत पड़ती है।
Contract Paultry Farming के फायदे क्या है?
अलग-अलग कंपनी के अलग-अलग नियम या कंडीशन होते हैं कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए जमीन आपके नाम की होनी चाहिए या अगर आप जमीन लीज/रेंट पर लेते हैं तो उसकी भी पेपर आपके नाम से होनी चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा जमीन रिहायशी इलाका से दूर होने से अच्छा है नहीं तो लाइसेंस लेने में दिक्कत आएगी।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में कंपनी की तरफ से सब कुछ उपलब्ध कराया जाता है जैसे कि मेडिसिन, वैक्सीनेशन, दाना, चूजे, वेटरनरी डॉक्टर विजिट या चेकअप।
अगर चिक मर जाती है तो भी उसका भी रिस्क कवर देती है कंपनी मतलब बीमारी से चिकन मर जाने का नुकसान कंपनी उठाएगी।
कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं पड़ती खाली मुर्गी का ध्यान रखना पड़ता है और कितने मात्रा में दाना डालना है उसको देखना है और पानी और सफाई का भी ध्यान रखना होता है।
भारत में अभी बहुत सारी कंपनी कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग के जरिए फार्मर या बिजनेसमैन को बिजनेस करने का मौका दे रहे हैं और खुद भी मुनाफा कमा रहे हैं और दूसरों को भी कमाने का मौका दे रहे हैं।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में बहुत सारे ऑप्शन होते हैं फार्मर या बिजनेसमैन के लिए आपको जो सही लगे आप उसे ही पसंद कर सकते हैं बिजनेस के लिए।
Contract Paoultry Farming मैं आपको बहुत सावधान रहना पड़ता है नहीं तो आपको कंपनी धोखा भी दे सकती हैं इसीलिए जब भी Agreement साइन करें सोच समझकर करें, क्योंकि कभी-कभी कोई कोई कंपनी चिकन तो दे देते हैं पालने के लिए लेकिन बाय बैक नहीं करते हैं या कम पैसे में रिटर्न में खरीदते हैं इसलिए आपको नुकसान हो सकता है!एग्रीमेंट अच्छे से पढ़ कर ही साइन करें और कंपनी का रिव्यु ले ले मतलब कंपनी कैसा है उसकी जानकारी प्राप्त करें बिजनेस करने से पहले।
अगर आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग नहीं करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं खुद भी कड़कनाथ चिकन की फॉर्मिंग कर सकते हैं।
आपके पास अगर जमीन और पैसे हैं तो आप भी कड़कनाथ पोल्ट्री फार्मिंग आसानी से कर सकते हैं या शुरू कर सकते हैं। खुद के पोल्ट्री फार्मिंग के लिए आपको खुद ही मार्केटिंग करनी पड़ेगी मतलब मुर्गी या अंडे का ख्याल खुद ही रखना पड़ेगा और सब अवस्था खुद ही करना पड़ेगा जैसे कि दवाई, टीकाकरण, खाना, पानी, सफाई, मेडिसिन और फिर बेचना।
खर्चा भी ज्यादा आएगी और प्रॉफिट भी ज्यादा होगा। सोचिए खाली 7 दिन के चुजे की की कीमत लगभग 50 से ₹100 होती है और 1 किलो कड़कनाथ चिकन कीमत 1000 से 1200 रुपए तक की होती है। मुनाफा भी बहुत ज्यादा है इस बिजनेस में।
कड़कनाथ चिकन 5 से 6 महीने में अंडे देने के लिए तैयार हो जाते हैं और 300 दिनों तक अंडे देती है।
कड़कनाथ चिकन के फार्म बिल्कुल बॉयलर, देसी मुर्गी के फार्म जैसा ही होता है खाली ध्यान ज्यादा रखना होता है क्योंकि कड़कनाथ मुर्गी थोड़ी महंगी होती हैं तो इसका रखरखाव अच्छी तरह करना पड़ता है नहीं तो चोरी होने का भी डर रहता है और बीमारी से मरने का भी।
आप लेयर केज पोल्ट्री फार्मिंग की सेटअप मैं भी केदारनाथ पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं लेकिन सेटअप करने के लिए इन्वेस्टमेंट ज्यादा लगती है और मुनाफा भी ज्यादा होती है।
इंडिया में कड़कनाथ चिकन की लागत बहुत ही बढ़ गई है क्योंकि इसमें पाई जाने वाली प्रोटीन और लो फैट के चलते इसकी डिमांड बढ़ती जा रही हैं खाली इंडिया में ही नहीं बाहर में भी मतलब इंडिया से एक्सपोर्ट होता है कड़कनाथ चिकन दूसरी देशों में। इंडिया का मौसम कड़कनाथ चिकन के लिए परफेक्ट या सूटेबल है, इसीलिए इंडिया में कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग की डिमांड बढ़ रही है। बहुत सारे पोल्ट्री फार्मर और किसान भी इससे जुड़ रहे हैं। बिजनेसमैन भी कड़कनाथ चिकन की पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं।
कड़कनाथ पोल्ट्री फार्मिंग एक फायदेमंद और पॉपुलर बिजनेस है 2020 में।
India केेे कुछ पॉपुलर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और बाय बैक पॉलिसी केे ऑफर दे रहे हैं। जैसे कि,
Happy Birds Organic Farming Private Limited Company के साथ जुड़़ कर भी कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं कर सकते हैं केदारनाथ चिकन के।
कंपनी के तरफ से आपको बहुत सारे ऑप्शन दिए जाते हैं उनसे जोड़कर बिजनेस करने के लिए जैसे कि chicken grow for meat, eggs sale, hatching, chicks sale, और फ्रेंचाइजी भी दी जाती हैं पार्टनरशिप के लिए।
Maha Rayat Agro Farming Company Kadaknath chicken contract Farming दे का ऑफर देते हैं बिजनेसमैन को, और फार्मर को। कोई भी उनसे जुड़ सकते हैं जिनके पास जमीन हैं और कुछ पैसे हैं इन्वेस्ट करने के लिए और खुद का बिजनेस शुरूू करना चाहते हैं।
Kadaknath Chicken Poultry Farming बहुत ही लाभदायक बिजनेस है। अगर आप 200 चिकन की फॉर्मिंमिंग करेंगे तो आपको मिनिमम 200000 का मुनाफा होगा कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में। आजकल बैंक से भी लोन दिया जा रहा है पोल्ट्री फॉर्म के लिए 50% से 60% तक। इसीलिए जिनके पास जमीन है लेकिन पैसा नहीं है वह भी बैंक से लोन लेकर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग शुरू कर सकते हैं।
Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू करें?
Kedarnath chicken poultry Farming शुरू करने के लिए जरूरी लाइसेंस
- NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) from Local Authorities ( ग्राम पंचायत)।
- Trade License.
- GST Number.
- Pollution Clearance.
- License from Electricity Board.
लाइसेंस अप्लाई करने के बाद आप नीचे दिए गए चीजों का ध्यान रखकर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फॉर्म आसानी से शुरू कर सकते हैं।
Kadaknath Chicken Poultry Farming शुरू करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे कि,
Land/: आप कितने मुर्गी पालन कर सकते हैं! उसके हिसाब से जमीन की आवश्यकता होती है। मुर्गी या चिकन की संख्या कितनी हैं उसके हिसाब से आपको जमीन चाहिए। फार्म की जमीन थोड़ी ग्राउंड लेवल से ऊपर होने से अच्छा है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए जमीन आपके नाम की होनी चाहिए या अगर आप जमीन लीज/रेंट पर लेते हैं तो उसकी भी पेपर आपके नाम से होनी चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा जमीन रिहायशी इलाका से दूर होने से अच्छा है नहीं तो लाइसेंस लेने में दिक्कतक्त् आएगी। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए अपने एरिया के municipality office या ग्राम पंचायत से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है।
Land/: आप कितने मुर्गी पालन कर सकते हैं! उसके हिसाब से जमीन की आवश्यकता होती है। मुर्गी या चिकन की संख्या कितनी हैं उसके हिसाब से आपको जमीन चाहिए। फार्म की जमीन थोड़ी ग्राउंड लेवल से ऊपर होने से अच्छा है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए जमीन आपके नाम की होनी चाहिए या अगर आप जमीन लीज/रेंट पर लेते हैं तो उसकी भी पेपर आपके नाम से होनी चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा जमीन रिहायशी इलाका से दूर होने से अच्छा है नहीं तो लाइसेंस लेने में दिक्कतक्त् आएगी। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए अपने एरिया के municipality office या ग्राम पंचायत से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है।
Electricity/Power connection: इलेक्ट्रिसिटी एक बहुत ही जरूरी चीज है फॉर्मिंग के लिए पोल्ट्री फार्मिंग के लिए क्योंकि फार्म में लाइट की व्यवस्था होनी जरूरी है। पोल्ट्री फार्मिंग में वाटर पंप, टेंपरेचर कंट्रोल मशीन की भी जरूरत पड़ती है।
Away From Population: पोल्ट्री फार्म के लिए हमेशा भीड़ से दूर जमीन में करनी चाहिए क्योंकि चिकन बहुत ही सेंसिटिव होते हैं और जल्दी ही बीमार पड़ जाते हैं इसलिए हमको हमेशा लोगों से बचा के रखे।
Fencing- पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा फार्म को दीवाल क्यााय फेंसिंग जरूरी होता है नहीं तो आप कम से कम पेड़ों से भी फेंसिंग कर सकते हैं ताकि जानवर चिकन को नुकसान नहीं पहुंचा सके फेंसिंग एक जरूरी चीज है Paultry फार्मिंग के लिए।
Direction: पोल्ट्री फार्मिंग की डायरेक्शन हमेशा ईस्ट और वेस्ट डायरेक्शन में ही होना चाहिए इससे हमेशा ताजी हवा मिलेगी चिकन को और बदबू नहीं आएगी पोल्ट्री फॉर्म से।
Bio Security: पोल्ट्री फार्म के लिए बाय सिक्योरिटी का ध्यान रखना सबसे जरूरी चीज है। किसी भी व्यक्ति को पोल्ट्री फॉर्म में एंट्री नहीं दे बिना हाइजीन मेंटेन किए। हमेशा हाइजीन मतलब साफ सफाई का ध्यान रखें नहीं तो चिकन बीमार पड़ सकते हैं और इंफेक्शन से मर सकते हैं जिससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान होगी। फॉर्म से हमेशा ऑफिस, फीडिंग स्टोरेज, मेडिसिन स्टोरेज, और लेबर रूम अलग करें।
Medicine, Vaccination: पोल्ट्री फार्मिंग में सबसे मुश्किल काम होता है चिकन को ठीक तरह से ग्रो करना मतलब 24 घंटे ख्याल रखना तभी हो ठीक से बड़े होंगे। लगातार वैक्सीनेशन करना चाहिए नहीं तो वे बीमार और जाएंगे। चिकन में बहुत सारे बीमारी क्या इंफेक्शन देखे जाते हैं जैसे कि बर्ड फ्लू, फीवर, आंखों में पानी आना आंखों में ब्लड आना, पंख झरना जैसे-जैसे बहुत से बीमारी होते हैं उनसे बचाव के लिए लगातार मेडिसिन और टीकाकरण या वैक्सीनेशन की जरूरत पड़ती है। कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में लगातार कंपनी की तरफ से वेटरनरी डॉक्टर विजिट करते रहते हैं ताकि चिकन स्वस्थ रहें और इंफेक्शन से मरे नहीं।
Feeding aur Supplements: पोल्ट्री फार्मिंग में चिकन की अच्छी तरह से ग्रोथ के लिए फीडिंग और सप्लीमेंट का पूरी ध्यान रखना चाहिए ताकि हो ठीक से सर्क् बढ़ सके। आप मार्केट से खरीद सकते हैं नहीं तो आप खुद भी खाना तैयार कर सकते हैं जो कि थोड़ा सस्ता पड़ता है। चिकन के लिए रेडीमेड खाना अच्छा रहता है क्योंकि उस खाने में सारेेेे पोषक तत्व का ध्यान रखा जाता है। पोल्ट्री फार्मिंग में रेडीमेड खाना थोड़ा कॉस्टली होता है मतलब फीडिंग के लिए खर्चा बहुत आता है।
Contract Farming मैं आप कंपनी से फीड या दाना खरीद सकतेे हैं। रेडीमेड खाने में कैल्शियम और बहुत सारा अनाज मिला मिलाकर दाना तैयार किया जाता है जिससे चिकन बहुत जल्दी बढ़ जाते हैं और स्वस्थ रहते हैं।
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