मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू कर सकते हैं?

Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू कर सकते हैं?



Kakadnath Chicken
Kakadnath Chicken



कड़कनाथ चिकन क्या है?

कड़कनाथ  चिकन की रंग पूरी तरह से काला होता है उसकी चमरा, मांस, नाखून, हड्डियां और रक्त भी काले रंग की होती है। कड़कनाथ मुर्गी बहुत ही लाभदायक होता है हमारे शरीर के लिए खासकर हार्ट के पेशेंट के लिए! इसलिए इसकी कीमत ₹900-1000/kg के हिसाब से बिकती हैं। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे 60 से 90 रुपए तक बिकती है। खाली एक अंडे की कीमत है ₹60 या ₹90 होता है।

कड़कनाथ चिकन मध्य प्रदेश के Jhabua और छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में पाई जाने वाली एक खास किस्म की मुर्गी है जिसकी मांस और अंडा दोनों ही फायदेमंद है हमारे शरीर के लिए खासकर हार्ट के पेशेंट के लिए। कड़कनाथ चिकन को काली मासी मां भी कहा जाता है।

कड़कनाथ चिकन में प्रोटीन की मात्रा बहुत ही ज्यादा होती है और फैट और कोलेस्ट्रोल की मात्रा बहुत ही कम है इसलिए इसकी डिमांड बहुत ज्यादा है और इसको GI Tag (Geographical Indications) मिल चुका है हाल ही में। कड़कनाथ चिकन में पाए जाने वाली न्यूट्रिशन की मात्रा आप खुद देख सकते हैं,

High Protein 25%, High Nutrition, Enriched Amino Acid, Cholesterol or fat less than 1%

कड़कनाथ चिकन के अंडे भी बहुत फायदेमंद है खासकर बूढ़े लोगों के लिए और बढ़ते हुए बच्चों के लिए। केदारनाथ मुर्गी के अंडे से माइग्रेन, हेडेक, किडनी का प्रॉब्लम ठीक होता है।

कड़कनाथ चिकन मैं प्रोटीन की मात्रा बहुत ही ज्यादा और कोलेस्ट्रोल या फैट की मात्रा बहुत ही कम है इसकी वजह से भी इसकी डिमांड बढ़ रही है।

कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होती है इसीलिए अगर आप चाहे तो कॉन्ट्रैक्ट बेसिस में पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं। इंडिया में कड़कनाथ चिकन को एक्सपोर्ट भी किया जाता है दूसरी देशों में इसीलिए कड़कनाथ चिकन बहुत ही लाभदायक बिजनेस आइडिया है सबके लिए। कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग से जुड़े बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्मर के साथ मिलकर छोटे-छोटे पोल्ट्री फार्मर केदारनाथ चिकन की फार्मिंग कर रहे हैं।

कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होता है इसीलिए सबके लिए आसान नहीं होता है पोल्ट्री फॉर्म खोलना!

आप पोल्ट्री फॉर्म अगर खोल भी लिए तो उनको बेचना एक प्रॉब्लम होता है क्योंकि कड़कनाथ चिकन बहुत ही महंगा होता है, इसीलिए बिक्री करने के लिए थोड़ी बहुत प्रॉब्लम आ सकती है छोटे-मोटे बिजनेसमैन के लिए या फार्मर के लिए। इसीलिए जिनके पास कम पूंजी है पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग से केदारनाथ चिकन की पोल्ट्री फार्मिंग आसानी से कर सकते हैं।

Kakadnath Chicken
Kakadnath Chicken

Kadaknath Chicken Contract Poultry Farming  या buy-back policy क्या होता है?

कड़कनाथ चिकन की दाम बहुत ज्यादा है इसलिए इसकी फार्मिंग करना आसान नहीं है। सबसे दिक्कत होती है उसका मार्केटिंग करना मतलब बेचना इसीलिए कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फॉर्म मैं कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और बाय-बैक पॉलिसी बहुत अच्छा ऑप्शन है नहीं तो आपको बेचने में दिक्कत आ सकती हैं। 

कड़कनाथ चिकन फार्मिंग के लिए जिसके पास इन्वेस्टमेंट के लिए कम पैसे हैं ही कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए कड़कनाथ चिकन की फार्मिंग कर सकते हैं।

कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में बहुत सारे ऑप्शन होते हैं जैसे कि जिनके पास ज्यादा इन्वेस्टमेंट करने के लिए पैसे नहीं है तो आप खाली 100-200 केदारनाथ चिक या बच्चे के साथ शुरू कर सकते हैं पोल्ट्री फार्मिंग। जिसके लिए आपको 50000- ₹75000 ही लगेंगे। आजकल कुछ कंपनियां बहुत ही क डिपॉजिट से कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के अवसर दे रहेे हैं छोटे-मोटे किसानों को और छोटे बिजनेसमैन को। आपके पास अगर कम पैैेसे हैं तो भी आप उनसेे जुड़ सकते हैं उनकेे पास बहुत सारे ऑप्शन होता हैै।

कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में कंपनी से सब कुछ कंट्रोल किया जाता है जैसे कि वैक्सीनेशन, डिजीज कंट्रोल, और चिकन को वापस खरीद लेना और अंडे भी वापस खरीद लेना आपको मार्केटिंग की चिंता नहीं होती है।

बड़े-बड़े पोल्ट्री फार्मिंग कंपनियां छोटे-छोटे पोल्ट्री फार्म के मालिक के साथ एक एग्रीमेंट पेपर साइन करते हैं जिसमें सब कुछ डिटेल्स में लिखा रहता है। जैसे कि कितने अमाउंट डिपॉजिट करना है, कितने दिन के लिए एग्रीमेंट की जा रही है मतलब एग्रीमेंट का ड्यूरेशन या अवधि,  चूजे के दाम, अंडे का दाम, कितने में चिकन रिटर्न कंपनी को बेचना है सब कुछ डिटेल्स में लिखा होता है।

कड़कनाथ चिकन कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए बहुत सारे एग्रीमेंट या पॉलिसी के ऑप्शन होते हैं कंपनी के पास।  आजकल तो 10-20 हजार से भी कॉन्ट्रैक्ट पॉलिसी बनाया जाता है छोटे किसानों के लिए। इनके पास ज्यादा पैसा है इन्वेस्टमेंट के लिए उनको 50%-50% परसेंट का फ्रेंचाइजी भी ऑफर किया जाता है लेकिन उसके लिए 20 लाख रुपए की जरूरत पड़ती है। इस फ्रेंचाइजी के जरिए आप कंपनी के शेयर होल्डर भी बन सकते हैं और कंपनी की तरफ से हर तरह की सुविधा दी जाती हैं सब कुछ वही लोग अरेंज करते हैं किसान या कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती खाली उनको इन्वेस्टमेंट करनी होती है और जगह की जरूरत पड़ती है।

Contract Paultry Farming के फायदे क्या है?

अलग-अलग कंपनी के अलग-अलग नियम या कंडीशन होते हैं कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में।

कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए जमीन आपके नाम की होनी चाहिए या अगर आप जमीन लीज/रेंट पर लेते हैं तो उसकी भी पेपर आपके नाम से होनी चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा जमीन रिहायशी इलाका से दूर होने से अच्छा है नहीं तो लाइसेंस लेने में दिक्कत आएगी। 

कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में कंपनी की तरफ से सब कुछ उपलब्ध कराया जाता है जैसे कि मेडिसिन, वैक्सीनेशन, दाना, चूजे, वेटरनरी डॉक्टर विजिट या चेकअप।

अगर चिक मर जाती है तो भी उसका भी रिस्क कवर देती है कंपनी मतलब बीमारी से चिकन मर जाने का नुकसान कंपनी उठाएगी।

कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं पड़ती खाली मुर्गी का ध्यान रखना पड़ता है और कितने मात्रा में दाना डालना है उसको देखना है और पानी और सफाई का भी ध्यान रखना होता है।

भारत में अभी बहुत सारी कंपनी कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग के जरिए फार्मर या बिजनेसमैन को बिजनेस करने का मौका दे रहे हैं और खुद भी मुनाफा कमा रहे हैं और दूसरों को भी कमाने का मौका दे रहे हैं।

कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में बहुत सारे ऑप्शन होते हैं फार्मर या बिजनेसमैन के लिए आपको जो सही लगे आप उसे ही पसंद कर सकते हैं बिजनेस के लिए।

Contract Paoultry Farming  मैं आपको बहुत सावधान रहना पड़ता है नहीं तो आपको कंपनी धोखा भी दे सकती हैं इसीलिए जब भी Agreement साइन करें सोच समझकर करें, क्योंकि कभी-कभी कोई कोई कंपनी चिकन तो दे देते हैं पालने के लिए लेकिन बाय बैक नहीं करते हैं या कम पैसे में रिटर्न में खरीदते हैं इसलिए आपको नुकसान हो सकता है!एग्रीमेंट अच्छे से पढ़ कर ही साइन करें और कंपनी का रिव्यु ले ले मतलब कंपनी कैसा है उसकी जानकारी प्राप्त करें बिजनेस करने से पहले।

अगर आप कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग नहीं करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं खुद भी कड़कनाथ चिकन की फॉर्मिंग कर सकते हैं।

आपके पास अगर जमीन और पैसे हैं तो आप भी कड़कनाथ पोल्ट्री फार्मिंग आसानी से कर सकते हैं या शुरू कर सकते हैं। खुद के पोल्ट्री फार्मिंग के लिए आपको खुद ही मार्केटिंग करनी पड़ेगी मतलब मुर्गी या अंडे का ख्याल खुद ही रखना पड़ेगा और सब अवस्था खुद ही करना पड़ेगा जैसे कि दवाई, टीकाकरण, खाना, पानी, सफाई, मेडिसिन और फिर बेचना।

खर्चा भी ज्यादा आएगी और प्रॉफिट भी ज्यादा होगा। सोचिए खाली 7 दिन के चुजे की की कीमत लगभग 50 से ₹100 होती है और 1 किलो कड़कनाथ चिकन कीमत 1000 से 1200 रुपए तक की होती है। मुनाफा भी बहुत ज्यादा है इस बिजनेस में।

कड़कनाथ चिकन 5 से 6 महीने में अंडे देने के लिए तैयार हो जाते हैं और 300 दिनों तक अंडे देती है। 

कड़कनाथ चिकन के फार्म बिल्कुल बॉयलर, देसी मुर्गी के फार्म जैसा ही होता है खाली ध्यान ज्यादा रखना होता है क्योंकि कड़कनाथ मुर्गी थोड़ी महंगी होती हैं तो इसका रखरखाव अच्छी तरह करना पड़ता है नहीं तो चोरी होने का भी डर रहता है और बीमारी से मरने का भी।

आप लेयर केज पोल्ट्री फार्मिंग की सेटअप मैं भी केदारनाथ पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं लेकिन सेटअप करने के लिए इन्वेस्टमेंट ज्यादा लगती है और मुनाफा भी ज्यादा होती है।

इंडिया में कड़कनाथ चिकन की लागत बहुत ही बढ़ गई है क्योंकि इसमें पाई जाने वाली प्रोटीन और लो फैट के चलते इसकी डिमांड बढ़ती जा रही हैं खाली इंडिया में ही नहीं बाहर में भी मतलब इंडिया से एक्सपोर्ट होता है कड़कनाथ चिकन दूसरी देशों में। इंडिया का मौसम कड़कनाथ चिकन के लिए परफेक्ट या सूटेबल है, इसीलिए इंडिया में कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग की डिमांड बढ़ रही है। बहुत सारे पोल्ट्री फार्मर और किसान भी इससे जुड़ रहे हैं। बिजनेसमैन भी कड़कनाथ चिकन की पोल्ट्री फार्मिंग कर रहे हैं।

कड़कनाथ पोल्ट्री फार्मिंग एक फायदेमंद और पॉपुलर बिजनेस है 2020 में।

India केेे कुछ पॉपुलर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्म कंपनियां कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग और बाय बैक पॉलिसी केे ऑफर दे रहे हैं। जैसे कि,

Happy Birds Organic Farming Private Limited Company के साथ जुड़़ कर भी कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग कर सकते हैं कर सकते हैं केदारनाथ चिकन के।

कंपनी के तरफ से आपको बहुत सारे ऑप्शन दिए जाते हैं उनसे जोड़कर बिजनेस करने के लिए जैसे कि chicken grow for meat, eggs sale, hatching, chicks sale, और फ्रेंचाइजी भी दी जाती हैं पार्टनरशिप के लिए।

Maha Rayat Agro Farming Company Kadaknath chicken contract Farming दे का ऑफर देते हैं बिजनेसमैन को, और फार्मर को। कोई भी उनसे जुड़ सकते हैं जिनके पास जमीन हैं और कुछ पैसे हैं इन्वेस्ट  करने के लिए
 और खुद का बिजनेस शुरूू करना चाहते हैं।

Dressed Chicken
Dressed Chicken

Kadaknath Chicken, Egg & Khaki Cambael Duck Farming, Bihar




Kadaknath Chicken Poultry Farming  बहुत ही लाभदायक बिजनेस है। अगर आप 200 चिकन की फॉर्मिंमिंग करेंगे तो आपको मिनिमम 200000 का मुनाफा होगा कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में। आजकल बैंक से भी लोन दिया जा रहा है पोल्ट्री फॉर्म के लिए 50% से 60% तक। इसीलिए जिनके पास जमीन है लेकिन पैसा नहीं है वह भी बैंक से लोन लेकर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फार्मिंग शुरू कर सकते हैं।


Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू करें?

Kedarnath chicken poultry Farming शुरू करने के लिए जरूरी लाइसेंस
  • NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) from Local Authorities ( ग्राम पंचायत)।
  • Trade License.
  • GST Number.
  • Pollution Clearance.
  • License from Electricity Board.
लाइसेंस अप्लाई करने के बाद आप नीचे दिए गए चीजों का ध्यान  रखकर कड़कनाथ चिकन पोल्ट्री फॉर्म आसानी से शुरू कर सकते हैं।

Kadaknath Chicken Poultry Farming शुरू करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे कि,

Land/: 
आप कितने मुर्गी पालन कर सकते हैं! उसके हिसाब से जमीन की आवश्यकता होती है। मुर्गी या चिकन की संख्या कितनी हैं उसके हिसाब से आपको जमीन चाहिए। फार्म की जमीन थोड़ी ग्राउंड लेवल से ऊपर होने से अच्छा है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए जमीन आपके नाम की होनी चाहिए या अगर आप जमीन लीज/रेंट पर लेते हैं तो उसकी भी पेपर आपके नाम से होनी चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा जमीन रिहायशी इलाका से दूर होने से अच्छा है नहीं तो लाइसेंस लेने में दिक्कतक्त् आएगी। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए अपने एरिया के municipality office या ग्राम पंचायत से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है।
Electricity/Power connection: इलेक्ट्रिसिटी एक बहुत ही जरूरी चीज है फॉर्मिंग के लिए पोल्ट्री फार्मिंग के लिए क्योंकि फार्म में लाइट की व्यवस्था होनी जरूरी है। पोल्ट्री फार्मिंग में वाटर पंप, टेंपरेचर कंट्रोल मशीन की भी जरूरत पड़ती है।
Away From Population: पोल्ट्री फार्म के लिए हमेशा भीड़ से दूर जमीन में करनी चाहिए क्योंकि चिकन बहुत ही सेंसिटिव होते हैं और जल्दी ही बीमार पड़ जाते हैं इसलिए हमको हमेशा लोगों से बचा के रखे।
Fencingपोल्ट्री फार्मिंग के लिए हमेशा फार्म को दीवाल क्यााय फेंसिंग जरूरी होता है नहीं तो आप कम से कम पेड़ों से भी फेंसिंग कर सकते हैं ताकि जानवर चिकन को नुकसान नहीं पहुंचा सके फेंसिंग एक जरूरी चीज है Paultry फार्मिंग के लिए।
Direction: पोल्ट्री फार्मिंग की डायरेक्शन हमेशा ईस्ट और वेस्ट डायरेक्शन में ही होना चाहिए इससे हमेशा ताजी हवा मिलेगी चिकन को और बदबू नहीं आएगी पोल्ट्री फॉर्म से।
Bio Security: पोल्ट्री फार्म के लिए बाय सिक्योरिटी का ध्यान रखना सबसे जरूरी चीज है। किसी भी व्यक्ति को पोल्ट्री फॉर्म में एंट्री नहीं दे बिना हाइजीन मेंटेन किए। हमेशा हाइजीन मतलब साफ सफाई का ध्यान रखें नहीं तो चिकन बीमार पड़ सकते हैं और इंफेक्शन से मर सकते हैं जिससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान होगी। फॉर्म से हमेशा ऑफिस, फीडिंग स्टोरेज, मेडिसिन स्टोरेज, और लेबर रूम अलग करें।
Medicine, Vaccination: पोल्ट्री फार्मिंग में सबसे मुश्किल काम  होता है चिकन को ठीक तरह से ग्रो करना मतलब 24 घंटे ख्याल रखना तभी हो ठीक से बड़े होंगे। लगातार वैक्सीनेशन करना चाहिए नहीं तो वे बीमार और जाएंगे। चिकन में बहुत सारे बीमारी क्या इंफेक्शन देखे जाते हैं जैसे कि बर्ड फ्लू, फीवर, आंखों में पानी आना आंखों में ब्लड आना, पंख झरना जैसे-जैसे बहुत से बीमारी होते हैं उनसे बचाव के लिए लगातार मेडिसिन और टीकाकरण या वैक्सीनेशन की जरूरत पड़ती है। कॉन्ट्रैक्ट पोल्ट्री फार्मिंग में लगातार कंपनी की तरफ से वेटरनरी डॉक्टर विजिट करते रहते हैं ताकि चिकन स्वस्थ रहें और इंफेक्शन से मरे नहीं।
Feeding aur Supplements:  पोल्ट्री फार्मिंग में चिकन की अच्छी तरह से ग्रोथ के लिए फीडिंग और सप्लीमेंट का पूरी ध्यान रखना चाहिए ताकि हो ठीक से सर्क् बढ़ सके। आप मार्केट से खरीद सकते हैं नहीं तो आप खुद भी खाना तैयार कर सकते हैं जो कि थोड़ा सस्ता पड़ता है। चिकन के लिए रेडीमेड खाना अच्छा रहता है क्योंकि उस खाने में सारेेेे पोषक तत्व का ध्यान रखा जाता है। पोल्ट्री फार्मिंग में रेडीमेड खाना थोड़ा कॉस्टली होता है मतलब फीडिंग के लिए खर्चा बहुत आता है।

Contract Farming मैं आप कंपनी से फीड या दाना खरीद सकतेे हैं।  रेडीमेड खाने में कैल्शियम और बहुत सारा अनाज मिला मिलाकर दाना तैयार किया जाता है जिससे चिकन बहुत जल्दी बढ़ जाते हैं और स्वस्थ रहते हैं।

    रविवार, 25 अक्टूबर 2020

    FLEX या BANNER PRINTING BUSINESS कैसे शुरू करें?

    FLEX या BANNER PRINTING BUSINESS कैसे शुरू करें?


    Flex Printing Machine
    Flex Printing Machine

    FLEX या BANNER क्या होता है?

    आपने अपनी गली-मोहल्ले में बैनर या होर्डिंग देखे होंगे! Flex या बैनर कोई भी कंपनी अपने सामान के एडवर्टाइजमेंट के लिए लगाते हैं। आजकल कोई भी सामान बेचने के लिए ऐड का सहारा लिया जाता है जिसके लिए बहुत सारे एड एजेंसी होते हैं जो कंपनी को एडवर्टाइजमेंट में हेल्प करते हैं उसके बदले Company Ad Agency को पेमेंट करते हैं।

    Flex या बैनर को एडवर्टाइजमेंट के लिए प्रयोग में लाया जाता है। पहले के जमाने में तो कागज, कपड़े के जरिए एडवर्टाइजमेंट होता था और दीवार पर पोस्टर के माध्यम से एड या प्रचार किया जाता था कोई भी ब्रांडेड कंपनी का। अभी flex प्रिंटिंग करके बैनर तैयार किया जाता है और फिर हार्डिंग बनाकर एडवरटाइजमेंट किया जाता है।

    कोई भी कंपनी एडवर्टाइजमेंट क्यों करते हैं?

    कोई भी कंपनी एडवरटाइजमेंट इसलिए करते हैं कि उनकी प्रोडक्ट की बिक्री में तेजी आए और कंपनी को एडवरटाइजमेंट के जरिए ज्यादा मुनाफा कमा सकें। सामान की बिक्री में तेजी आएगी तो प्रॉफिट भी ज्यादा होगी। 

    आज की दुनिया एडवरटाइजमेंट के बिना नहीं चल सकती है आपने देखा होगा चाहे वह टेलीविजन या सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म, सोशल मीडिया, वेबसाइट, सारे TV चैनलों में खाली एडवरटाइजमेंट चलती है। एडवर्टाइजमेंट के जरिए हैं बड़े-बड़े कंपनियां अपने प्रोडक्ट को प्रोमोट या सेल करते हैं और अपने एडवरटाइजमेंट करने के लिए बहुत सारे खर्चे करते हैं।

    कंपनी अपने सामान को बेचने के लिए ऐड एजेंसी का सहारा लेते हैं ऐड करने के लिए। आजकल सब सामान एडवर्टाइजमेंट के जरिए ही बिकती है चाहे वो ऑनलाइन एडवर्टाइजमेंट हो या ऑफलाइन।

    ऐड एजेंसी कंपनी से काम लेते हैं एडवरटाइजमेंट करने का। फिर ऐड एजेंसी कुछ vender, sub-vender को ऑर्डर देते हैं बैनर या hoardings लगवाने का मतलब एडवरटाइजमेंट के लिए।

    कोई-कोई एड एजेंसी खुद भी बैनर या hoarding का लगाने का काम करते हैं और कोई-कोई कंपनी vender/ sub-vender से काम करवाता है।

    Ad Agency flex या बैनर प्रिंट कराते हैं उन कंपनियों के प्रोडक्ट्स या सामान की एडवर्टाइजमेंट के लिए और जगह जगह पर लगा देते हैं हार्डिंग के रूप में।

    कोई कोई Ad agency फ्लेक्स का पेंटिंग कर लेता है और दूसरे छोटे-मोटे कंपनी/बिजनेसमैन को दे देते हैं उन banner/hoarding को लगाने के लिए।

    Flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस बहुत ही पॉपुलर बिजनेस है क्योंकि आजकल सब चीज के लिए ऐड होता है चाहे वह कोई सामान हो, इंस्टिट्यूशन, शॉपिंग मॉल, स्टोर, या चुनाव प्रचार।

    आजकल चुनाव प्रचार के लिए भी बैनर का इस्तेमाल होता है। इसीलिए flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस बहुत ही लाभदायक बिजनेस है।

    FLEX या BANNER PRINTING BUSINESS कैसे शुरू करें?

    सबसे पहले तो आपको फ्लेक्स प्रिंटिंग का मशीन खरीदना पड़ेगा नहीं तो आप कोई भी अपने एरिया के फ्लेक्स प्रिंटिंग मशीन से अपने बैनर या फ्लेक्स प्रिंट करा सकते हैं उसमें थोड़ा ज्यादा खर्चा आएगा। अगर आप खुद का मशीन यूज करेंगे तो प्रिंटिंग में कम खर्च आएगा।

    फ्लेक्स प्रिंटिंग मशीन खरीदने के लिए आपको जीएसटी नंबर और ट्रेड लाइसेंस के लिए अप्लाई करना पड़ेगा।

    फ्लेक्स प्रिंटिंग मशीन मैं ज्यादा जगह के जरूरत नहीं पड़ती हैं आप एक रूम से ही मशीन को ऑपरेट कर सकते हैं या चला सकते हैं। मशीन चलाने के लिए भी आपको ज्यादा मैन पावर की जरूरत नहीं पड़ेगी आप खुद ही चला सकते हैं। जिस कंपनी से आप मशीन खरीदेंगे वह कंपनी मैनुअल भी प्रोवाइड करेंगे मतलब मशीन चलाने के ट्रेनिंग देंगे।

    फ्लेक्स प्रिंटिंग मशीन के आपके नजदीकी मार्केट में या आपके शहर में सबसे पॉपुलर मार्केट हैं उस जगह में दुकान खोल सकते हैं नहीं तो अपना घर से ही कर इस बिजनेस को कर सकते हैं। आजकल कम power consumption के मशीन भी हैं मतलब बहुत ही कम watt मैं चलती है और इलेक्ट्रिसिटी बिल बहुत कम आती है इसलिए आप आसानी से कहीं पर भी इस मशीन को लगा सकते हैं चाहे वह घर हो या स्टोर।

    फ्लेक्स प्रिंटिंग के लिए आपको Photoshop की जानकारी होनी चाहिए और Coreldraw जैसे सॉफ्टवेयर का नॉलेज होना चाहिए। आप अगर खुद ये सब जानते हैं तो ठीक है नहीं तो आप helper or employe भी हायर कर सकते हैं प्रिंटिंग के लिए। यह सब कोर्स बहुत आसानी से सीखा जा सकता है आप सीख भी सकते हैं।

    Photoshop, Coreldraw के कोर्स आप किसी भी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट से 3 या 6 महीने के अंदर ही सीख जाएंगे।  

    आप flex या बैनर प्रिंटिंग के लिए गूगल ट्रांसलेटर का भी मदद ले सकते हैं लैंग्वेज प्रॉब्लम के लिए। जैसे भारत में बहुत सारे भाषा बोली जाती हैं और एरिया के हिसाब से बैनर या हार्डिंग के लैंग्वेज या भाषा होती हैं जैसे कि कहीं पर हिंदी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़ आदि।

    लेकिन ज्यादातर बैनर इंग्लिश भाषा में होती है इसीलिए लैंग्वेज या भाषा कोई प्रॉब्लम नहीं है बैनर प्रिंटिंग बिजनेस के लिए।

    मशीन खरीदने के बाद आप एड एजेंसी से कांटेक्ट करके flex या  बैनर प्रिंटिंग कर और अपना flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

    आप Ad Agency के vender/sub-vender से भी कांटेक्ट करके ऑर्डर ले सकते हैं फ्लेक्स या बैनर प्रिंटिंग के और अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं आसानी से।

    आप भी अपने दुकान का एड करेंगे तो आपको ज्यादा आर्डर मिलेंगे और आप ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं फ्लेक्स या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस से।

    Flex या Banner Printing Machine Price


    Flex printing machine ki price 6,00000 se 750000 Rs.

    Flex board printing machine  कई तरह के होते हैं जैसे कि,

    Solvent Digital Printing machine.
    Eco-Solvent Digital Printing machine

    प्रिंटिंग के लिए आपको flex sheet की जरूरत पड़ेगी आप अपने नजदीक के मार्केट से  wholesale rate  रेेट में खरीद सकते हैं या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं  क्वालिटी के हिसाब से Flex Sheet/Board  price होती है. 

    Flex sheet generally PVC ( Poly Vinyl Chloride) बनती है. Flex के कई होते हैं जैसे कि  normal flex sheet, start flex sheet, black back flex sheet, Eco-vinyl flex sheet इत्यादि।



    Banners
    Banners


    CONCLUSION

    फ्लेक्स या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस एक स्मॉल बिजनेस है। इस बिजनेस को कोई भी आसानी से शुरू कर सकते हैं। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए कोई खास किस्म के लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती खाली ट्रेड लाइसेंस की जरूरत पड़ती है और GST number की जरूरत पड़ती है।

    Flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस पूरा साल चलता है क्योंकि एडवर्टाइज के बिना आजकल बिजनेस करना बहुत मुश्किल है चाहे ऑनलाइन बिजनेस हो या ऑफलाइन बिजनेस।

    Offline Advertisement करने के लिए सबसे जरूरी है चीज है फ्लेक्स या बैनर इसीलिए flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस बहुत ही खास बिजनेस हैं। 

    ऑफलाइन एडवर्टाइजमेंट के लिए हमेशा बैनर ही चुना जाता है। हर गली, मोहल्ला, रोड, मॉल, शॉप दुकान में एडवर्टाइजमेंट के लिए बैनर या होर्डिंग का प्रयोग किया जाता है चाहे किस कैसे भी दुकान हो शॉपिंग मॉल हो होर्डिंग हर जगह दिखता है इसलिए  flex या बैनर प्रिंटिंग बिजनेस एक बहुत ही प्रॉफिटेबल बिजनेस है और पूरी साल चलती है और पूरी साल आप इस बिजनेस के जरिए कमा सकते हैं और अपने फैमिली को सपोर्ट कर सकते है।


    Advertisement Hoarding
    Advertisement Hoarding

    शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

    DROPSHIPPING BUSINESS कैसे शुरू करें घर बैठें?

    DROPSHIPPING BUSINESS कैसे शुरू करें घर बैठें?



    Drop Shipping Business
    Drop Shipping Business

    Dropshipping क्या है?

    Drop Shipping एक सप्लाई चैन सिस्टम है जहां पर रिटेलर को सामान स्टोर करने की जरूरत नहीं पड़ती मतलब सामान रखने की जरूरत नहीं पड़ती। रिटेलर को खाली कस्टमर की आर्डर डीटेल्स को फॉरवर्ड करना पड़ता है शिपमेंट के लिए Third party supplier/wholesaler के पास ताकि होलसेलर सामान् डिलीवरी कर सकें कस्टमर के पते पर रिटेलर के नाम से। ड्रॉपशिपिंग  में रिटेलर को shipment की झंझट जरूरत नहीं पड़ती है कस्टमर तक सामान पहुंचाने के लिए। होलसेलर या सप्लाईर ही शिपमेंट की व्यवस्था करते हैं और कस्टमर के एड्रेस में भेज देते हैं। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस पूरी तरह ऑनलाइन बिजनेस है। ड्रॉपशिपिंग करके आप घर बैठे ही ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं।

    Dropshipping Business क्या है?

    Dropshipping Business ऑनलाइन बिजनेस है जो आप घर बैठे ही कर सकते हैं।

    Drop shipping business मैं कस्टमर ऑनलाइन स्टोर पर जाकर आर्डर करतेे हैं। Dropshiper या ऑनलाइन स्टोर मालिक उस आर्डर डीटेल्स को और कस्टमर की एड्रेस को ट्रांसफर कर देते हैं थर्ड पार्टी सप्लायर या होलसेलर के पास सि क्या्य्या्याा्य डिलीवरी के लिए। Drop Shipping online business मैं store owner  को सामान स्टॉक करने की जरूरत नहीं पड़ती, होलसेलर या सप्लायर डायरेेक्ट पैकेजिंग करके कस्टमर के एड्रेस पर भेज देते हैं।

    Dropshipping Business मै आपको खाली एक ऑनलाइन स्टोर ऑपरेट करना होता है। ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए आपको ऑनलाइन स्टोर या वेबसाइट क्रिएट करना पड़ता है। Dropshipping बिजनेस में कस्टमर जैसे ही आपके ऑनलाइन स्टोर पर आर्डर प्लेस करेंगे आपको होलसेलर या सप्लायर के पास कस्टमर के ऑर्डर डीटेल्स को फॉरवर्ड करना पड़ता है। सप्लायर खुद है ऑर्डर को डिलीवरी कर देंगे कस्टमर के एड्रेस पर मतलब आपको सामान स्टोर करने की जरूरत नहीं पड़ती खाली होलसेलर से सामान खरीदना पड़ता है। होलसेल रेट पर आप सामान खरीद कर उसमें प्राइस टैग लगाकर प्रोडक्ट को सेल कर सकते हैं बिना शिपमेंट के अपने online store के जरिए और online income कर सकते हैं घर बैठे

    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में दुकानदार या रिटेलर को  warehouse या स्टोर की जरूरत नहीं पड़ती है। डिलीवरी या शिपमेंट की व्यवस्था करनी नहीं पढ़ती है। दुकानदार को खाली ऑनलाइन स्टोर या वेबसाइट क्रिएट करना पड़ता है। दुकानदार को ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं पड़ती हैं, बहुत ही कम खर्चे से आप ड्रॉपशिपिंग की बिजनेस शुरू कर सकते हैं घर बैठे।

    2020 में ड्रॉपशिपिंग की बिजनेस बहुत ही ट्रेंडिंग बिजनेस है क्योंकि महामारी के वजह से कस्टमर ज्यादातर ऑनलाइन ही शॉपिंग कर रहे हैं इसलिए ड्रॉपशिपिंग बिजनेस एक बहुत ही लाभदायक बिजनेस है।

    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस में सप्लायर शिपमेंट का सारा खर्चा उठाता है और सप्लायर ही शिपमेंट करता है कस्टमर के पते पर।

    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस बहुत ही पॉपुलर बिजनेस है USA और  UK जैसे कंट्री में लेकिन अभी इंडिया में भी ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस बहुत ही जनप्रिय हो चुका है।

    Top Drop Shipping Online Supplier Company
    • AliExpress.
    • Wholesale2B.
    • Wholesale Center.
    • Dropship Direct.
    • Sunrise Wholesale.
    • Doba.
    • SaleHoo.

    टॉप ड्रॉपशिपिंग कंपनियां ज्यादातर होम डेकोरेशन, फर्नीचर आइटम्स, ज्वेलरी, कॉस्मेटिक्स, कपड़े, लिंगरी, टॉयज, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, कुकर, कटलरी, लिविंग प्रोडक्ट, मोबाइल एंं और लैपटॉप सेल करते हैं और अच्छी खासी इनकम कर रहे हैं पूरी दुनिया में।

    कुछ ड्रॉपशिपिंग कंपनी फ्री होते हैं मतलब ऑनलाइन अकाउंट क्रिएट करने के लिए कुछ चार्जेस नहीं लेते हैं लेकिन उनके कुछ टर्म एंड कंडीशन होते हैं जिनको पूरा करना होता है ऑनलाइन स्टोर ऑनर को या दुकानदार को तभी आप ऑनलाइन स्टोर खोल सकते हैं और उनके साथ ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

    कुछ ड्रॉपशिपिंग ऑनलाइन सप्लायर या होलसेलर कंपनी अकाउंट क्रिएट करने के लिए और ऑनलाइन स्टोर खोलने के लिए चार्जर्स लेते हैं $29 से $150 हर महीना। ड्रॉपशिपर के लिए बहुत सारे ऑप्शन होते हैं उनके पास। कुछ कंपनी वार्षिक चार्ज लेते हैं। 

    कुछ ड्रॉपशिपिंग सप्लायर shipping के चार्जेस नहीं लेते हैं और कुछ सप्लायर लेते हैं ये कंपनी के ऊपर डिपेंड करता है।
    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस कोई भी कर सकता है अगर आपको ऑनलाइन सेलिंग का नॉलेज है तो आप भी वेबसाइट क्रिएट करके ड्रॉपशिपिंग का बिजनेस शुरू कर सकते है आसानी से। अगर आपको ऑनलाइन सेलिंग या डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स की नॉलेज नहीं है तो भी ड्रॉपशिपिंग कंपनी से डील करके कर सकते हैं और ट्रेनिंग ले सकते हैं और dropshipping business शुरू कर सकते हैं घर बैठे।

    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस के लिए एडवरटाइजमेंट बहुत जरूरी है आप गूगल एड, फेसबुक एड, या मैसेंजर का भी हेल्प ले सकते हैं। ऐड करने के लिए सोशल मीडिया बेस्ट है। एडवर्टाइजमेंट करने के लिए अपनी प्रोडक्ट बेचने के लिए और ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए ऑनलाइन स्टोर या ड्रॉपशिपिंग के बिजनेस वेस्ट हैं।



    नीचे दिए गए steps से आप online store या website आसानी से create कर सकते हैं और आप भी dropshipper बन  सकते हैं।
    1. Create online store account.
    2. Select a niche.
    3. Purchase a domain name.
    4. Drop Shipping providing company के साथ deal.
    5. आपने online store me products के image and price tag लगाना.
    6. Order customer तक पहुंचा कि नहीं  कम करना कंफर्म करना.
    7. Payment recieve करना और सप्लायर या होलसेलर को पेमेंट करना.
    8. Anaylize and optimize करना.
    9. Customer के साथ ट्रस्ट क्या भरोसा तैयार करना.
    10. Online store की advertisement/marketing करना social media पर मतलब.

    How to become a drop shipper with Shopify?

    Shopify company drop Shipping business के लिए ऑनलाइन स्टोर उपलब्ध कराते हैं विक्रेता को।


    Shopify कंपनी में अकाउंट क्रिएट करना और ऑनलाइन स्टोर खोलना बहुत ही आसान है।

    सबसे पहले www.shopify.com website मैं जाकर रजिस्टर करना है ऑनलाइन स्टोर के लिए। Shopify कंपनी आपको 14 दिन का फ्री ट्रायल करने का मौका देंगे और जिसके कोई चार्जेस ही नहीं लेंगे लेकिन उसके बाद चार्जेस देना पड़ेगा।


    Drop Shipping Online Business
    Drop Shipping Online Business

    Shopify company के साथ ड्रॉपशिपिंग बिजनेस करनेेे के लिए को कुछ एप्स डाउनलोड करने होंगे जैसे कि,
    1. Oberlo: Oberlo Shopify company का एक ऐप है। Oberlo company seller को पिक्चर्स या फोटो उपलब्ध कराता है। मतलब oberlo कंपनी के पास हर तरह के सामान का इमेजेस है। oberlo कंपनी से आप इमेजेस लेकर अपने ऑनलाइन स्टोर में लगा सकते हैं जिसके लिए oberlo कंपनी कुछ चार्ज लेते हैं मतलब उसके लिए आपको पेमेंट करना पड़ता है।
    2. Ali.Express:  Ali.Express एक online supplier या wholeseller company हैं। Ali.Express company Shopify कंपनी के drop shipper को फ्री में products available कराते हैं ऑनलाइन सेल करने के लिए। लेकिन कंपनी के कुछ Term and condition होते हैं उनको फॉलो करना पड़ता है वेबसाइट के ऑनर को यार ड्रॉपशिपर को।  company बाद में पेमेंट लेते हैं ड्रॉपशिपर से कस्टमर के पेमेंट मिलने के बाद।
    3. Loox: Loox के जरिए आप Shopify कंपनी के customer's review and comment को अपने ऑनलाइन स्टोर की सामान में लगा सकते हैं। कस्टमर के ट्रस्ट या भरोसा जीतने के लिए और सेल बढ़ाने के लिए।
    Top Drop Shipping online store/company in India
    • Indiamart
    • Trade Store.
    • Baapstore.
    • Bluembur.
    • Jimtrade
    • WebdealIndia
    • Hothaat.
    • ExportersIndia
    • Tradeford.

    15 Best products for drop Shipping business in 2020
    1. Puzzle toys and soft toys.
    2. House cleaning.
    3. Mobile.
    4. Home decor.
    5. Car accessories.
    6. LED Watches.
    7. Women Sleepwear.
    8. Travel Bag.
    9. Video games accessories.
    10. Hair Extensions.
    11. Oral care products.
    12. Art and craft.
    13. Plus Size Clothing.
    14. Medical instruments.
    15. Slimming products.

    क्या Dropshipping Business फायदेमंद या प्रॉफिटेबल 2020-2021 में?

    Yes, Dropshipping Business बहुत ही प्रॉफिटेबल बिजनेस है 2020 में और फ्यूचर में भी। सर्वे में पता चला है कि ड्रॉपशिपिंग बिजनेस की सेल और डिमांड बहुत बढ़ चुका है खासकर महामारी के समय में। इसलिए आप कम पूंजी से कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो ड्रॉपशिपिंग बिजनेस घर बैठे शुरू कर सकते हैं और आप मुनाफा कमा सकते है। Dropshipping business घर बैठे ही शुरु कर सकते हैं सभी Entrepreneur और ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं।

    ड्रॉपशिपिंग बिजनेस एक बेस्ट ऑप्शन है घर बैठे ऑनलाइन इनकम करने के लिए।

    मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020

    Ekart Logistics Franchise Business कैसे शुरू करें?

    Ekart Logistic Franchise Business कैसे शुरू करें?

     

    Ekart Logistics Delivery Service
    Ekart Logistics Delivery Service



    Flipkart की स्थापना 2009 में हुई थी। फ्लिपकार्ट भारत में आज सबसे ऊपर है ई-कॉमर्स के बिजनेस में। Flipkart company के founder सचिन बंसल और बिन्नी बंसल है। फ्लिपकार्ट भारत में नंबर वन है ऑनलाइन स्टोर या ई-कॉमर्स खेे बिजनेस में। फ्लिपकार्ट पूरी भारत में अपना सामान हो डिलीवरी करता है चाहे  कितनी ही छोटी सी जगह क्यों ना हो। देश के हर कोने में अपना सामान हो पहुंचाता है और विदेशों में भी। फ्लिपकार्ट लगभग हर महीना 10 मिलियन सामान की डिलीवरी करता है पूरी विश्व में। Flipkart company, Ekart Logistics Delivery service के जरिए 3800+ से भी ज्यादा पिन कोड पर सामान डिलीवरी और पिक अप करता है। फ्लिपकार्ट ईकार्ट लॉजिस्टिक के जरिए हर एरिया में सामान की डिलीवरी करता है और पिकअप भी करता है। फ्लिपकार्ट ईकार्ट लॉजिस्टिक के जरिए अपने सामान को खराब निकलने पर इजी रिटर्न पॉलिसी भी कस्टमर को देते हैं और विक्रेता से सामान लेकर कस्टमर तक भी पहुंचाता है।

    फ्लिपकार्ट किए सबसे अच्छे बात यह है कि अपने कस्टमर के पूरी तरह ध्यान रखता है जैसे आप कोई भी सामान COD मतलब कैश ऑन डिलीवरी से खरीद सकते हैं आजकल तो EMI service भी दे रहा है मतलब कस्टमर उधार से भी परचेज कर सकते हैं कोई भी सामान। फ्लिपकार्ट अपनी कस्टमर का पूरी तरह से ध्यान रखता है इसीलिए हो 2009 में अपना ही Ekart Logistics सर्विस यानी कि कोरियर सर्विस स्टार्ट किया और अपने कस्टमर तक पहुंचने के लिए ईकार्ट जैसे लॉजिस्टिक सर्विस का शुरू किए इसके जरिए फ्लिपकार्ट हर जगह बिना किसी रूकावट के सामान पहुंचा रहा है और कस्टमर भी बहुत खुश है उनके डिलीवरी सर्विस से।

    2018 में फ्लिपकार्ट में Walmart के साथ पार्टनरशिप करके पूरी दुनिया में छा गया है और डिलीवरी सर्विस में भारत में नंबर 3 पर है।

    2020 में फ्लिपकार्ट ने महामारी के दौरान Essential Goods delivery करके एक नया मिसाल कायम किया है। हर भारतीय को हर कोने में अपना सामान पहुंचाया है जो कि एक बहुत बड़ी बात है इस महामारी काल में जहां लोग ज्यादा बाहर निकलना पसंद नहीं करते और घर में रहना ही सबके लिए अच्छा है।

    फ्लिपकार्ट जितने आगे बढ़ रहा है इतना ही लोग उनसे जुड़ते जा रहे हैं। फ्लिपकार्ट company के साथ पार्टनरशिप करके लोग अपना रोजी रोटी या रोजगार पा रहे हैं जैसे हाल ही में Ekart Logistics franchise delivery business का शुरू किया है जिसके जरिए लोग अच्छी खासी कमा सकते हैं। यह एक तरह के स्मॉल इन्वेस्टमेंट बिजनेस है। Ekart Logistics delivery service ही फ्लिपकार्ट के हर कस्टमर को सामान डिलीवरी करता है और सेलर से सामान पिकअप भी करता है और कस्टमर तक पहुंचा देते हैं।

    Ekart delivery service हर जगह अपना ऑफिस खोल रखा है। जहां ईकार्ट की सर्विस नहीं होती है वहां दूसरे लॉजिस्टिक सर्विस से सामान का डिलीवरी करता है Flipkart Company.

    आप भारत के कहीं से भी Ekart Logistics franchise business शुरू कर सकते हैं। फ्लिपकार्ट ने अपनी कोरियर सर्विस चारों और फैला रखा है आप किसी भी जगह से Ekart Logistics फ्रेंचाइजी बिजनेस शुरू कर सकता है अगर उस एरिया में रिक्वायरमेंट होगी तो आपको कंपनी उनके साथ जोड़ने का अवसर देगा। 

    Working Areas of Ekart Logistics franchise business

    East zone-अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, आसाम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, उड़ीसा, सिक्किम, वेस्ट बेंगल।

    West zone-गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात।

    North zone-दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, प्रदेश जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड।

    South zone- आंध्र प्रदेश, केरला, तमिल नाडु, तेलंगाना, कर्नाटक।

    Central zone- झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश।

    Union Territories- चंडीगढ़, दमन एंड दीव, लक्ष्यदीप, पांडिचेरी।

    Benefits of Ekart franchise business or partnership

    Ekart Delivery Service/Currier Service एक बड़ी कंपनी है और इसमें सिक्योरिटी है और भी बहुत सारी बातें हैं जिसके चलते आप उनके साथ franchise business or partnership बिजनेस कर सकते हैं। जैसे कि,

    • सबसे बड़ी बात Ekart डिलीवरी सर्विस Flipkart जैसे बड़ी कंपनी के साथ जुड़े हुए है। Ekart Logistics फ्लिपकार्ट कंपनी के सामान का डिलीवरी और पिकअप दोनों ही करते हैं।
    • बहुत ही कम सिक्योरिटी मनी डिपॉजिट करनी पड़ती है इस बिजनेस को शुरू करने के लिए या फ्रेंचाइजी लेने के लिए।
    • कंपनी हर तरह की ट्रेनिंग और सपोर्ट करती है उनके साथ जोड़ने के लिए या काम करने के लिए।
    • कंपनी के टर्म एंड कंडीशन बहुत ही सिंपल है कोई भी जोर सकता है आसानी से।
    • ज्यादा कमीशन हरेक सामान के डिलीवरी के लिए मिलता है।
    • कंपनी बहुत ही भरोसेमंद या लॉयल है अपनी पार्टनर के साथ।
    • कंपनी अपने पार्टनर को सर्विस कार्ड, business card, पोस्टर  या बैनर उपलब्ध कराते हैं ताकि आप अपना बिजनेस आसानी से कर सके।
    • कंपनी टाइमली कमीशन देता है पार्टनर को ताकि कंपनी के प्रति भरोसा रहे।
    • देश के हर कोने से आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं पूरे भारत में फ्रेंचाइजी दी जाती है।
    • इस बिजनेस की ट्रेनिंग आपके अपने शहर या आपके नजदीकी कोई भी सेंटर में दी जाती है ताकि आप आसानी से ट्रेनिंग ले सके।
    • कंपनी बेस्ट मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराते हैं अपने पार्टनर को ताकि आसानी से अपना बिजनेस चला सके।
    • Fast tracking system or service देते हैं।
    Main Requirements for Ekart logistic franchise business or partnership

    • Office Space/ Room or godown.
    • Computer.
    • Printer.
    • Label or sticker.
    • Barcode scanner.
    • High speed internet connection.
    • Delivery boys for first line delivery and last line delivery.
    • Delivery vehicle bike or goods auto.

    Required documents for Ekart Logistics franchise business or partnership

    1. Aadhar card.
    2. pan card permanent account number
    3. Demand draft or cancelaedcheque.
    4. GST number.
    5. Photo.
    6. Voter ID card/ration card/electricity bill.
    7. Office ownership paper/rent or lease agreement paper minimum 4 years agreement paper.
    EKart Logistic Franchise दो तरह deal करते हैं अपने पार्टनर से
    1. Standard or subsidiary franchise.
    2. Master franchise.

    Total Expences of a Currier Service Business to Start

    आप कोई भी डिलीवरी सर्विस या लॉजिस्टिक सर्विस का बिजनेस करना चाहते हैं तो आपको बहुत सारे खर्च आएंगे जैसे कि,

    मकान या ऑफिस का भाड़ा, इलेक्ट्रिसिटी बिल, पेट्रोल का खर्चा, गाड़ी का मेंटेनेंस जैसे की बाइक और गुड्स ऑटो, स्टाफ का सैलरी, प्रिंटर और पेपर का खर्चा, इंटरनेट का खर्चा, कंप्यूटर, डिलीवरी ब्वॉय का सैलरी, टेलीफोन बिल, अकाउंटेंट सैलेरी, जीएसटी हर सामान में जी 18% GST लगता है तो चेस्ट के खर्चा भी एक महत्वपूर्ण खर्चा।


    Total 1,00000-150000 लाख तक खर्चा आ सकता है कोई भी कूरियर सर्विस शुरू करने के लिए। फ्रेंचाइजी लेने के लिए अलग से कंपनी डिपॉजिट लेती है लेकिन फिर भी फ्रेंचाइजी बिजनेस में लाभ तो होता ही है कम से कम आपको हर महीना डेढ़ लाख से 200000 तक मुनाबा हो सकता है अगर आप रोज 100 सामान डिलीवरी करते हैं तो। मतलब आप कितने डिलीवरी कर सकते हैं उसके हिसाब से मुनाफा होगा। एरिया के हिसाब से भी आपको डिलीवरी ऑर्डर मिलेंगे मिलेंगे इसलिए मुनाफा के लिए सब कुछ डिपेंड करता है आपके एरिया में कितनी कस्टमर ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद करते हैं।

    Flipkart Customer care
    Flipkart Customer care



    Approval Tips for Ekart logistic franchise or Partnership!

    अगर आपको जल्दी जल्दी अप्रूवल चाहिए फ्रेंचाइजी के लिए तो नीचे दिए गए बातों का ख्याल जरूर रखें तभी आपको अप्रूवल जल्दी मिलेंगी।

    • जब भी फ्रेंचाइजी के लिए अप्लाई करें तो एकदम फॉर्मल और प्रोफेशनल तरीके से मेल करें।
    • जब फ्लिपकार्ट सपोर्ट सिस्टम आपको कांटेक्ट करेंगे फ्रेंचाइजी के बारे में बात करने के लिए तो आप एकदम सीधे-सीधे सब जवाब दें उनके प्रश्न का और सही सही जानकारी प्रदान करें ताकि उन्हें कोई डाउट ना हो।
    • जब आपके पास सब कुछ तैयार हो जैसे कि 2-3 Delivery Boys, GST number, और रूम minimum 400 to 500 square feet और ऑफिस के लिए जरूरी सामान जैसे कि कंप्यूटर, प्रिंटर बारकोड स्कैनर, high speed internet connection तभी अप्लाई करें।
    • जब फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए कोई भी अधिकारी Ekart से आएंगे तो सब जरूरी चीज उनको दिखाइए तभी जल्दी अप्रूवल मिलेगी।
    • आपके सामने की कोरियर सर्विस सेंटर की जानकारी अवश्य दें अधिकारी को, ज्यादा दुर वाला office की ही दीजिएगा।
    अधिक जानकारी के लिए नीचेेे दिए  एड्रेस में contact कर सकते ऑफलाइन या ऑनलाइन।

    Flipkart office Address

    Ekart Logistics office address

    Brigade Manae Court, First floor No 111

    Koramangala Industrial Layout, Bangalore – 560095 India

    Flipkart Corporate Office Phone Number: 0124-6150000

    Flipkart Office Toll-Free Number: 1800 208 9898

    For Other Business Queries: business@flipkart.com

    Email address: hulk-central-team@flipkart.com





    Frequently asked questions! FAQ
    Q. Flipkart Ekart logistic franchise business के लिए कितनी इन्वेस्टमेंट (security money/deposit) की जरूरत पड़ती है?

    A. फ्लिपकार्ट कंपनी खुलकर तो नहीं बताता है लेकिन अगर आप अप्लाई करेंगे तो आपको पता चल जाएगा। दो तरह के पार्टनरशिप या एग्रीमेंट होती है जिसके लिए एक सिक्योरिटी डिपॉजिट होता है 50000 से 200000 तक आप कौन फ्रेंचाइजी लेंगे उसके ऊपर डिपेंड करता है।

    Q. Ekart logistic franchise business or partnership के लिए कितने साल के लिए एग्रीमेंट की जाती है?

    A. मिनिमम 3-4 साल के लिए एग्रीमेंट पेपर साइन होता है partnership/franchise के लिए। आप पार्टनरशिप को renewal भी करा सकते हैं अधिक सालों के लिए।

    Q. Ekart logistic franchise business शुरू करने के लिए कितने स्क्वायर फीट जगह की जरूरत पड़ती हैं?

    A. 400 से 600 square feet कमरे की एरिया से ही आप अपनी फ्रेंचाइजी की बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं।

    Q. Ekart logistic franchise business/partnership के लिए कैसे अप्लाई करें?

    A. आप मेल करके ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं अगर रिक्वायरमेंट होगी तो आपको कंपनी इनफॉर्म करेंगे। आपके एरिया के ऊपर डिपेंड करता है कि आपके एरिया में अगर रिक्वायरमेंट होगी तब कंपनी आपको कांटेक्ट करेंगे। आप ऑफलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं टोल फ्री नंबर पर कॉल करके या नजदीक के फ्लिपकार्ट ईकार्ट डिलीवरी सर्विस के ऑफिस में जाकर।


    रविवार, 11 अक्टूबर 2020

    घर बैठे Online Income कैसे करें?

    घर बैठे Online Income कैसे करें?


    Google Adsense
    Google Adsense

    आजकल हर किसी के पास काम की किल्लत है कोरोनावायरस के चक्कर में! बहुत सारे लोग बेरोजगार हो गए हैं इस महामारी के वजह से! उनके पास काम नहीं है इसलिए मैं आपको कुछ ऐसे ऑनलाइन बिजनेस या काम के बारे में के बारे में बताऊंगी जो आप अपने घर से आसानी से शुरू कर सकें और ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं। आज काल ज्यादातर लोगो के पास इंटरनेट कनेक्शन और स्मार्टफोन होता ही है तो मैं आपको घर बैठे ऑनलाइन इनकम कैसे कर सकते हैं इसके बारे में जानकारी दूंगी।

    #Blogging

    Blogging क्या है?

    ब्लॉगिंग एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां से आप घर बैठे आसानी से पैसा कमा सकते हैं। ब्लॉगिंग में ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती खाली आपको लिखने का शौकीन होना चाहिए और थोड़ी बहुत creative mind होने चाहिए तभी आप एक अच्छे ब्लॉगर बन सकते हैं और घर बैठे ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं। ब्लॉगिंग से घर बैठे ऑनलाइन इनकम के लिए आपकी आर्टिकल या पोस्ट यूज़फुल और नॉलेजेबल होना जरूरी है जिसे पढ़कर सबको कुछ जानकारी प्राप्त हो सके या मनोरंजन हो सके।


    ब्लॉगिंग के जरिए आप अपने नॉलेज और तजुर्बा को सबके साथ बांट सकते हैं। अगर आपकी पोस्ट या आर्टिकल गूगल में अच्छे रैंक करें कर गए, तो आप अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं ब्लॉगिंग के माध्यम से।

    Blogger
    Blogger

    Blogger एक बहुत ही लोकप्रिय प्लेटफार्म है अपने फीलिंग, नॉलेज को शेयर करने के लिए या बांटने के लिए। ब्लॉगिंग के जरिए आप पैसा भी कमा सकते हैं अगर आप रेगुलर कंटेंट या आर्टिकल पोस्ट करेंगे तो! अगर आपके ब्लॉग में बहुत सारे विजिटर होंगे और आपके आर्टिकल सबको पसंद आने लगे तो आप भी ब्लॉगिंग से घर बैठे ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं।

    ब्लॉगिंग शुरू कैसे करें?

    ब्लॉगिंग सबसे अच्छा और भरोसेमंद तरीका है ऑनलाइन इनकम करने का घर बैठे। ब्लॉगिंग में ज्यादा कुछ इन्वेस्टमेंट की जरूरत नहीं पड़ती है खाली आपके पास एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत पड़ती है। अगर आप कंप्यूटर से ब्लॉगिंग करेंगे तो आसान रहेगा लेकिन अगर आपके पास कंप्यूटर नहीं है तो आप अपने स्मार्टफोन से भी स्टार्ट कर सकते हैं और घर बैठे ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं।

    ब्लॉगिंग मैं आप कोई भी टॉपिक जिसे niche भी कहा जाता है सिलेक्ट करके उस पर आप आर्टिकल लिख सकते हैं! जैसे blogging, रेसिपी, ट्रावेल, बीमारी, डायट, फिटनेस, ड्राइंग, पेंटिंग, घर की सजावट, मेकअप, जानकारी, मनोरंजन, न्यूज़, रिव्यू कोई भी टॉपिक आप पसंद कर सकते हैं ब्लॉगिंग के लिए।

    Blogger में आप फ्री में भी वेबसाइट बना सकते हैं www.blogspot.com से शुरुआत के लिए सही रहता है लेकिन अगर आप ब्लॉगिंग में से पैसा कमाना चाहते हैं तो अपना डोमेन खरीदना चाहिए उसमें आपको ऐडसेंस अप्रूवल जल्दी मिल जाती है कोई भी डोमेन खरीदने के लिए आप 800 से 1500 रुपया पड़ता है एक साल में। वेबसाइट हर साल रिन्यू भी करना पड़ता है। इसमें ज्यादा पैसा नहीं लगता है अब अपने क्षमता के अनुसार डोमेन खरीद सकते हैं।

    ब्लॉगिंग में आपको रेगुलेरिटी मेंटेन करना बहुत जरूरी है पैसा कमाने के लिए! आपको लगातार पोस्ट या आर्टिकल लिखते रहना चाहिए फिर आप गूगल ऐडसेंस में अप्लाई कर सकते हैं अपनी वेबसाइट में एडवर्टाइजमेंट के लिए अगर आपकी वेबसाइट पूरी तरह से Google Adsense के मुताबिक खरे उतरे तो आपकी वेबसाइट ऐड दिखाने के लिए एलिजिबल है तो ऐडसेंस तुरंत मिल जाती है और आपके वेबसाइट में ऐड show करने लगते हैं जिसके जरिए आप पैसा कमा सकते हैं। Google AdSense के कुछ नियम होते हैं जिसको follow करना जरूरी होता है।

    अगर आपके वेबसाइट में रीडर्स या विजिटर्स ज्यादा होंगे तो आपको ज्यादा इनकम होगी। जैसे ही रीडर्स आपके कोई साइड के ऐड में क्लिक करेंगे तो गूगल ऐडसेंस की तरफ से आपको पैसा दिया जाएगा लेकिन कितना कमाई होगा वह आपके वेबसाइट में विजिटर्स के हिसाब से होंगे। ब्लॉगिंग में कमाई का कोई गारंटी नहीं है कोई कोई लाखों-करोड़ों कमाता है तो कोई कोई कुछ भी नहीं कमा पाता लेकिन अगर आप डटे रहेंगे तो और आपकी आर्टिकल में दम होगा तो आप जरूर इनकम कर सकेंगे।

    आजकल गूगल ऐडसेंस के अलावा दूसरे भी कंपनियां है जो आपके वेबसाइट में एडवर्टाइजमेंट करते हैं लेकिन आपकी वेबसाइट में विजिटर्स ज्यादा होनी चाहिए तभी आपको अप्रूवल मिलेगी ऐड दिखाने का जिसको एफिलिएटिंग मार्केटिंग भी कहा जाता है जिसके जरिए आजकल के युवा वर्ग लाखों कमा रहे हैं अगर आप भी सीख जाएंगे तो आप भी कमा सकते हैं घर बैठे आसानी से।

    wordpress मैं भी आप अपना वेबसाइट या ब्लॉग शुरूूूू कर सकते हैं। लेकिन WordPress मैं ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए आपको होस्टिंग या Domain खरीदना पड़ता है लेकिन ब्लॉगर में फ्री में मिलता है डोमेन।

    Blogger आजकल सबसे ट्रेंडिंग प्लेटफार्म है घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाने के लिए। घर बैठे पैसा कमाने के लिए सबसे अच्छा और सिक्योर तरीका है ब्लॉगिंग। Blogging में शुरुआत में मेहनत करनी पड़ती है क्योंकि आपकी आर्टिकल में कुछ बात होनी चाहिए तभी आप रीडर्स को खींच पाएंगे अपने वेबसाइट में। गूगल में अपने आर्टिकल को रैंक कराने के लिए SEO friendly आर्टिकल लिखना बहुत जरूरी है और उससे आप ज्यादा पैसा कमा सकते हैं मतलब आपकी आर्टिकल या पोस्ट गूगल में जिस पेज पर rank होगा उसी हिसाब से आपकी इनकम होगी।

    #You tuber


    आप YouTube से पैसे कैसे कमा सकते हैं इसके बारे में बताती हूं। आजकल हर वर्ग में यूट्यूब का नशा छाया हुआ है सबके पास कुछ करने के लिए नहीं है तो यूट्यूब जरूर चलाते हैं और देखते हैं। यूट्यूब के जरिए बहुत सारे नॉलेजेबल वीडियो देख सकते हैं और उनसे जानकारी ले सकता है कोई भी। यूट्यूब मैं चैनल क्रिएट करके आप भी YouTuberबन सकते हैं जोकि बहुत ही आसान है। युटुब चैनल अगर पॉपुलर हो गई तो आपको आप भी पैसा कमा सकते हैं यूट्यूब से। यूट्यूब में आप उसी टॉपिक में चैनल क्रिएट करें इसमें आपको नॉलेज है।

    यूट्यूब में हर तरह के वीडियो डाले जाते हैं चाहे वह कोई भी टॉपिक पर हो पढ़ाई, टेक्नोलॉजी, सेहत, रेसिपी,  डांसिंग, सिंगिंग, तकनीकी जानकारी, पेंटिंग, ड्राइंग, फिटनेस, ब्लॉगिंग, यूट्यूब वीडियो, आपको हर तरह के वीडियो मिल जाएंगे।

    अगर आप घर बैठे ऑनलाइन इनकम करना चाहते हैं तो यूट्यूब पर वीडियो बनाइए और शेयर कीजिए। भारत में लाखों यूट्यूब पर है आजकल तो छोटे-छोटे बच्चे भी यूट्यूब वीडियो बना रहे हैं और उनके मम्मी पापा भी दादा दादी भी, कोई कोई तो बहुत पॉपुलर हो जाते हैं और उनके यूट्यूब साइड में एडवर्टाइजमेंट होती है आरे पैसा कमाने लगते हैं। यूट्यूब में भी गूगल ऐडसेंस और affiliating marketing दोनों तरीके से पैसा कमा सकते हैं।

    YouTube channel बनाने के लिए पैसे की जरूरत नहीं पड़ती है खाली आपको वीडियो बनाना है और एडिटिंग करके अपने चैनल पर डालना है अगर आप की वीडियोस अच्छा लगा तो channel सब्सक्राइब करेंगे और आपकी वीडियोस पॉपुलर हो जाएंगे और लाखों viewers होंगे तब आप भी पैसा कमा सकते हैं यूट्यूब के जरिए घर बैठे-बैठे।

    #Content Writer

    सबसे पहले जानते हैं कंटेन (content) क्या होता है?

    कंटेन मतलब जो भी ऑडियो, वीडियो, या कोई लिखा हुआ आर्टिकल हो जिससे हमें कोई चीज की जानकारी मिल सके चाहे वह कुछ भी हो या मनोरंजन हो सके उसे ही कंटेंट कहते हैं जैसे ब्लॉग पोस्ट, यूट्यूब वीडियो, ऑडियो, म्यूजिक वीडियो, या कोई आर्टिकल या पोस्ट। सीधे शब्दों में कहें तो कोई भी मीडियम हो चाहे वो वीडियो, ऑडियो, या कोई आर्टिकल जिससे हम जानकारी हासिल कर सके या मनोरंजन हो सके उन्हें कंटेन कहते हैं।

    कंटेंट राइटर किसे कहते हैं?

    जो कोई भी जानकारी देने वाली वीडियो, ऑडियो, या आर्टिकल लिखते हैं या बनाते हैं उन्हें ही कंटेंट राइटर कहां जाता है।

    मतलब अगर कोई व्यक्ति वीडियो ऑडियो या कोई भी रचनात्मक लेखनी या आर्टिकल बनाता है और इंटरनेट के थ्रू उसको पब्लिश करता है उसे ही कंटेंट राइटर कहलाता है।

    कंटेंट राइटर ज्यादातर आर्टिकल्स क्या पोस्ट लिखते हैं दूसरे के लिए और बहुत सारे बड़े-बड़े कंपनियां कंटेंट राइटर को रखते हैं अपने कंपनी में या वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखने के लिए या कोई भी कंटेंट तैयार करने के लिए चाहे वह वीडियो, ऑडियो या एडवर्टाइजमेंट के लिए हो।

    अगर आप मैं लिखने की क्षमता है और एक्सपीरियंस भी है तो आप किसी भी कंपनी में ऐसे कंटेंट राइटर काम कर सकते हैं खासकर अगर आप ब्लॉगर है तो। बहुत सारे ब्रांडेड ब्लॉगर या ऑनलाइन स्टोर या एडवरटाइजमेंट कंपनी खुद अपने कंटेंट तैयार नहीं करते हैं। बहुत सारे ब्लॉगर भी अपने आर्टिकल को छपवाने के लिए या पब्लिश करने के लिए कंटेंट राइटर रखते हैं। वह खुद आर्टिकल नहीं लिखते हैं। वे कंटेंट राइटर को रखते हैं और उनको आर्टिकल या कंटेंट के बदलें पेमेंट देते हैं। आप भी एक कंटेंट राइटर बन सकते हैं अगर आपको सियो फ्रेंडली कंटेंट लिखना या बनाना आता है और घर बैठे पैसे कमा सकते हैं। 

    कोई कोई कंपनी कंटेंट राइटर को कंटेन के हिसाब से पैसा देते हैं आप कोई कंपनी मंथली सैलेरी पर कंटेंट राइटर को काम देते हैं या रखते हैं।

    ऑनलाइन काम में रिक्स तो बहुत ज्यादा रहता है लेकिन आजकल महामारी चल रही है तो घर बैठे काम करना और ऑनलाइन कर काम करना एक मजबूरी सा हो गया है सबके भलाई के लिए इसीलिए अगर आप SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखना सीख गए हैं तो आप भी कंटेंट राइटर बन सकते हैं और ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं घर बैठे।


    E-commerce Business
    E-commerce Business


    #E-commerce

    E-commerce Business क्या है?


    E-commerce मतलब होता है इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स इसका मतलब आप इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में या इंटरनेट के जरिए आप किसी भी सामान को भेज सकते हो या खरीद सकते हो। ई-कॉमर्स का बिजनेस आजकल बहुत ही पॉपुलर है क्योंकि इस बिजनेस के लिए आपको कहीं आने जाने की जरूरत नहीं पड़ती है आप कहीं से भी अपना सामान बेच सकते और आप खरीद सकते हैं घर बैठे ही आपका सब खरीद बिक्री हो जाएगा खाली इंटरनेट चाहिए और इस महामारी में एकदम आसान तरीका है अपने सामान को बेचना खरीदना। सबके लिए के लिए सेफ्टी जरूरी है और ई-कॉमर्स बिजनेस में आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती हैं तो आप सेफ रहेंगे महामारी से इसीलिए ई-कॉमर्स का बिजनेस अभी बहुत ही लोकप्रिय है।

    आजकल ई-कॉमर्स बिजनेस ट्रेंडिंग है क्योंकि आप घर बैठे ऑनलाइन ई-कॉमर्स के बिजनेस शुरू कर सकते हैं अगर आपके पास कुछ सामान और स्टोर है तो आप ई कमर्स की बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं घर बैठे। इ कॉमर्स बिज़नेस शुरू करने के लिए सबसे पहले आपके पास प्रोडक्ट होनी चाहिए बेचने के लिए फिर आप कोई भी वेबसाइट या ऑनलाइन स्टोर क्रिएट कर सकते हैं खुद का और सामान का फोटो और दाम लिखकर आप अपने प्रोडक्ट को सेल कर सकते हैं। अगर आप अपना वेबसाइट नहीं बनाना चाहते हैं क्या ऑनलाइन स्टोर नहीं बनाना चाहते हैं तो आप दूसरी ऑनलाइन स्टोर में जाकर अपना सामान सेल कर सकते हैं क्या उन कंपनी से टाई अप कर सकते हैं और अपनी सामान ऑनलाइन स्टोर में सेल कर सकते हैं।


    बहुत सारे बड़े-बड़े ऑनलाइन स्टोर कंपनियां ई-कॉमर्स का franchise देते हैं। जैसे कि अमेजॉन, Flipkart, Snapdeal, Jabong, Myntra, shopify जैसे बड़े कंपनियां छोटे मोटे छोटे मोटे बिजनेसमैन को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म देते हैं आपने प्रोडक्ट सेल करने के लिए। तो अगर आप भी अपना सामान ऑनलाइन बेचना चाहते हैं तो उनके प्लेटफार्म से अपना खुद का ऑनलाइन स्टोर खोल सकते हैं और ऑनलाइन इनकम कर सकते हैं। अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे बड़ी कंपनियों के साथ टाइअप करने के लिए कुछ नियम होते हैं इसको फॉलो करना पड़ता है उनके साथ जुड़ने के लिए और अपना सामान बेचने के लिए। इन कंपनियों के साथ टााई-अप से आप अपने सामान को भारत के बाहर भी बेच सकते हैं आसानी से उसके लिए कुछ नियम होते हैं और लाइसेंस लेने पड़ते हैं।

    अगर आपका बिजनेस बहुत बड़ा है तो आप अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए ऑनलाइन स्टोर या वेबसाइट क्रिएट कर सकते हैं नहीं तो आप app भी क्रिएट कर सकते हैं। ऐप के जरिए आप अपना प्रोडक्ट बेच सकते हैं इससे आप अपना बिजनेस को बहुत बढ़ा सकते हैं और आप भारत और भारत के बाहर भी अपना सामान को बेच सकते हैं।

    शनिवार, 10 अक्टूबर 2020

    BIOFLOC FISH FARMING कैसे करे?

    BIOFLOC FISH FARMING कैसे करे? 

     

    Biofloc Tank
    Biofloc fish farming tank

    Biofloc fish farming system या तकनीक क्या है?

    Biofloc fish farming system या तकनीक में पानी को बैलेंस किया जाता है और उसमें कार्बन, ऑक्सीजन नाइट्रोजन, क्लोरीन, नाइट्रेट, हाइड्रोजन मात्रा या लेबल्स को पता करके और यह सब एलिमेंट्स को बैलेंस किया जाता है और इस system में पानी को रिसाइकल या शुध्य किया जाता है और पानी के अंदर मौजूद प्रोटीन जैसे एलिमेंट्स को बैलेंस किया जाता है. 

    Biofloc system को Indonesia और Vietnam में सबसे पहले शुरू किया गया था लेकिन अब लगभग हर Asian देशों में इस सिस्टम से मछली पालन की जा रही है।

    Biofloc fish farming system में टंकी में मछली पालन की जाती है  खासकर  सीमेंट, प्लास्टिक या  टेंट (tarpolin) की टैंक होती है।  

    Biofloc मतलब क्या है?

    Biofloc का मतलब होता है प्रोटीन से भरे हुए microorganism जिसमें बैक्टीरिया, अलगाए जैसे bioproducts होते हैं। इस सिस्टम में पानी में मौजूद बैक्टीरिया जो  मछली की मल या waste products से प्रोटीन तैयार करती है और उससे ही मछली को चारा मिल जाता है ।

    सीधे शब्द में कहे तो मछली जो भी चारा खाती है उसमे से 75% मल में परिवर्तित कर देती या निकाल देती है उससे पानी गन्दा हो जाता है और मछलिया मरने या बीमार पड़ने लगती है और खाना भी ज्यादा लगता है। इसलिए तलाव में चारा ज्यादा लगता है पानी भी बदलना पड़ता है हर 15 या 20 दिन में, लेकिन Biofloc fish farming System में बैक्टीरिया (probiotics) डाला जाता है जो मछली मल को waste Products को मछली की खाना के रूप में अरे प्रस्तुत कर देते हैं मछली फिर उसे खा लेते हैं इससे पानी भी जल्दी गन्दी नहीं होती है और मछली कम बीमार पढ़ते हैं।

    Biofloc fish farming system मैं सबसे अच्छी बात है पानी का कम उपयोग क्योंकि अभी हर देश में पाने की कमी देखा जा रहा है खासकर भारत में इसीलिए  biofac fish farming system में पानी का इस्तेमाल कम होने से सब कोई इस तकनीक को अपना रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं।

    Biofloc fish farming system बहुत ही ट्रेंडिंग, प्रॉफिटेबल सिस्टम हैं fish Farming के लिए। इसमें बहुत ही कम पानी की जरूरत पड़ती है दूसरी fish Farming की तुलना में जैसे की तलाव में fish Farming और RAS fish Farming सिस्टम से।

    Biofloc fish farming सिस्टम में कम जगह, कम पानी और चारा भी कम लगती है दूसरी सिस्टम या टेक्नोलॉजी से इसलिये Biofloc सिस्टम को सब अपना रहे है खासकर फार्मर और बिजनेसमैन। Biofloc fish farming system से आजकल भारत के हर राज्य में मछली पालन हो रहा है।

    Biofloc fish farming system या तकनीक तालाव में fish farming  से अलग क्यों है?

    Biofloc fish farming system या तकनीक से आप बहुत ही ज्यादा मात्रा में मछली पालन कर सकते हैं कम लगत और कम जगह में।  Biofloc system में पानी और चारा मतलब मछली की खाना दोनों कम लगता है दूसरी सिस्टम से खासकर तलाव में मछली पालन के लिए।

    तलाव में मछली पालन के लिए बहुत सी जगह की जरूरत पड़ती हैं लेकिन Biofloc system में आप बहुत ही कम जगह में मछली पालन कर सकते हैं। दूसरी Asian देशो में जैसे की चीन, फिलीपींस, इजरायल, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, जापान जैसे देश में भी Biofloc fish farming system से फिश फार्मिंग होती है.

    अभी इंडिया में भी इस Biofloc system को अपनाया जा रहा है फिश फार्मिंग के लिए। इस सिस्टम से मछली पालन की मुनाफा बहुत ज्यादा  होता है। इसके चलते सभी इसमें इंटरेस्ट दिखा रहे हैं चाहे वह फार्मर हो या बिजनेसमैन। Biofloc system एक ही बार इन्वेस्ट करने से कई साल तक कमा सकते हैं।

    Biofloc system से मछली पालन में लगभग 50% से 60% तक मुनाफा होती है मतलब मुनाफा बहुत ज्यादा है दूसरी तकनीक की तुलना में।

    इंडिया मैं लगभग हर स्टेट में अभी Biofloc fish farming system को अपनाया जा रहा है मछली पालन के लिए खासकर हरियाणा, पंजाब, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरला, वेस्ट बेंगल, पंजाब, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड जैसे स्टेट में इस तरीके से मछली पालन होती है।

    Biofloc fish farming system में सबसे अलग चीज यह है कि इसमें पानी की खपत बहुत ही कम है. इस सिस्टम में आपको खेती की जमीन बर्बाद करने की जरूरत नहीं है आप कोई भी खाली जमीन को में Biofloc system या तकनीक से fish farming कर सकते हैं. इस तकनीक से मछली पालन करने के लिए दूसरी तकनीक तुलना में बहुत ही कम खर्चा होती है खासकर RAS सिस्टम से। इसलिए छोटे बिजनेसमैन या किशान भी इस तरीके को अपना रहे है मछली पालन के लिए। इस सिस्टम से 1 हेक्टेयर एरिया में 20 से 30 टन मछली उत्पादन होती है जो कि बहुत ही ज्यादा प्रोडक्शन माना जाता है.

    Biofloc fish farming System की ट्रेनिंग क्यों जरुरी है ?

    Biofloc  fish farming System  में सबसे जरूरी चीज है पानी का परीक्षण या टेस्ट। पानी का टीडीएस लेबल पता करना बहुत जरूरी है मछली पालन के लिए। सबसे पहले पानी की pH value कितनी है पता करके फिर पानी का एसिडिटी, आर्सेनिक, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, अमोनिया, कैल्शियम, क्लोरीन, आयरन, हाइड्रोजन, लीड, मरकरी, नाइट्रेट, नाइट्राइट की मात्रा या लेबल्स पता करना बहुत ही जरुरी है। आपके एरिया की पानी में कौन से प्रजाति की मछली पलने के लिए सही है पानी की जांच करने के बाद ही पता चलेगा। कौन से पानी में कौन सी मछली की प्रजाति कंफर्टेबल रहेगा फिश फार्मिंग के लिए ये जानना बहुत जरूरी है। अगर आपको केमिकल्स के लेवल मालूम हो जाए तो आप उसको बैलेंस भी कर सकते हैं अपने मछली की प्रजाति की हिसाब से।

    मछली पालन में सबसे जरूरी चीज है मछलियों के बीमारी से लड़ना। मछली बहुत जल्दी बीमार पर जााते हैं। मछली के उत्पादन में सबसे बड़ी चैलेंज है मछली के इंफेक्शन, viral fever, fungus infection जैसे बीमारी। अधिकतर मछली जब लाया जाता है मतलब ट्रांसपोर्टेशन में ही बीमार पड़़ जाते हैं। मतलब एक दूसरे को जख्मी कर देती है। जैसे ही आप मछली को टंकी में डालते हैं अधिकतर मछली मर जाती है इसीलिए ट्रेनिंग बहुत जरूरी है। ट्रेनिंग में आपको सिखाया जाता है कौन सी दवा किस बीमारी के लिए देनी है मछली पालन के लिए जिससे मछली बीमार मुक्त रहें और कितनी खाना डालना है मछली को ठीक तरीके से बढ़ने के लिए। इन सब बातो के लिए ट्रेनिंग बहुत जरुरी है Fish farming  के लिए. 

    Biofloc fish farming सक्सेसफुल और लाभदायक तकनीक है मछली पालन के लिए लेकिन ट्रेनिंग जरूरी है।

    Biofloc System से आप हर तरह के मछली उत्पादन कर सकते हैं जैसे कि Koi, Talapia, Magur, Shingi, Shrimp, Ruhu, katla, pangasius, sole fish और भी बहुत सारे।

    लेकिन Biofloc fish farming system में अगर आप नए हैं तो आपको Airbreather fish मतलब हवा में सांस लेने वाली मछली की प्रजाति से शुरू करनी चाहिए। अगर आप पुराने हो जाएंगे तो कोई भी प्रजाति के मछली पाल सकते हैं। जैसे कि मांगूर, देसी मांगुर मछली, सिंगी, सोल, वियतनामी कई, पैनगैसियस, पब्दा।

    Underwater breathing fish यानी कि पानी के अंदर सांस लेने वाली मछली की प्रजाति जैसे कि रोहू, कतला, मृगल, तिलापिया रूपचंदा। Biofloc fish farming तकनीक से पुराने हो जाएंगे या आपको एक्सपीरियंस हो जाएगा तब आप हर तरह की मछली पाल सकते हैं इस सिस्टम से लेकिन कुछ मछलियों की ग्रोथ कम होती है उसी हिसाब से आपको मछली का चयन करना चाहिए। 

    आपके नजदीक के मार्केट में कौन सा मछली का डिमांड है उसी हिसाब से आपको मछली पालन करने चाहिए और मछली के प्रजाति के हिसाब से मछली का दाम भी होता है मतलब आप कौन सी प्रजाति की मछली पालेंगे उस हिसाब से आप का मुनाफा होगा।

    आप अगर Biofloc System से कमाई करना चाहते हो तो पहले इसकी ट्रेनिंग ले लीजिए नहीं तो आपको बहुत सारे मुश्किलों का सामना हो सकता है जैसे की मछली की बीमारी यह बहुत ही नुक्शानदायक प्रॉब्लम होती है मछली पालन में। 

    Biofloc fish farming System की ट्रेनिंग कैसे होती है?

    Biofloc fish farming System की ट्रेनिंग में आपको सिखाया जाएगा कि आप मछली की बीमारी की प्रॉब्लम से कैसे लड़ सकते हैं। Biofloc System की एक बड़ी प्रॉब्लम है temparature जिसमें फिश फार्मिंग में बहुत ही ज्यादा असर करती है इसलिए ट्रेनिंग लेना जरूरी है। ट्रेनिंग में आपको टेंपरेचर कंट्रोल करने के तरीके सिखाए जाएंगे या टेंपरेचर कंट्रोल में से कैसे काम करते हैं सिखाए जाएंगे। ट्रेनिंग के दौरान आपको floc कैसे तैयार करें यह भी सिखाए जाता है.  Tank में आप एलोवेराairpipe, inlet, outlet कैसे करें सब सिखाए जाएंगे।

    Biofloc training centre in India

    ARB training centre in Haryana.

    Adhir Biofloc fish farming in UP

    Poikra Farmhouse, ABC adibasi society, Durg, chastisgarh

    RSM Biofloc fish farming

    KGRM fish farm in Bihar

    Pearl and Fish Farm Training in Jaipur, Rajasthan.

    Gorakhpur, Uttarpradesh


    CIBA, Chennai

    JP Singh, Datia, MP

    IFM Society, Kerala

    KGRM Fish Farming, Begusaray, Bihar

    Mahamaya Bioflic Fish Farm, Kanker Chhattisgarh

    Biofloc System
    Biofloc fish farming training दिलाने के नाम से कोई कोई कंपनी ठगी भी करते हैं इसीलिए अच्छी तरह जानकारी लेकर तभी ट्रेनिंग के लिए पैसा दे। कोई कोई कंपनी फ्री ट्रेनिंग भी देते हैं आप उनसे भी ट्रेनिंग ले सकते हैं।


    Biofloc fish farming System की  Setup कैसे करें?

    Biofloc fish farming System की  Setup के लिए iron Frame और टेंट या ट्रिपल से टंकी तैयार किया जाता है. आप Tarpoline की टैंक भी तैयार कर सकते हैं। सीमेंट की टंकी भी ठीक रहती है मछली पालन के लिए। इस सिस्टम में टैंक  में Airpipe डाले जाते हैं। इस सिस्टम में Airblower या पाइप मछली की मल या waste products को नीचे में जमने नहीं देते हैं.  Biofloc System की सेटअप में inlet और outlet पूरी सिस्टम होनी चाहिए। इस सिस्टम में पानी को बार-बार चेंज करने की जरूरत नहीं होती है। आप 20 से 30 दिन में 10 या 20 परसेंट पानी निकाल सकते हैं। आप 3 महीने के बाद ही पानी चेंज कर सकते हैं। इस सिस्टम में मछली की मल या fecal materials को भी floc में कन्वर्ट किया जाता है ताकि मछली उसे भी खा सके और पानी साफ रहे.  इस सिस्टम में बीच-बीच में आपको पानी को चेक करना पड़ेगा कि उसमें biofloc की मात्रा कितने हैं और calculate करके फिर से डालना पड़ता है. Biofloc सिस्टम में shadings करना जरूरी है नहींं तो जाड़े केेे मौसम में मछली मर सकते हैं इसीलिए टंकी के ऊपर में छत बहुत जरूरी है।

    Equipment for Biofloc Setup

    Biofloc fish farming setup के लिए आपको नीचे दिए गए सामानों की जरूरत पड़ेगी। आप ऑनलाइन भी सेटअप का सामान मंगा सकते हैं।

    • Tarpolin/Cement Tank/Plastic tank.
    • Iron frame.
    • Wire.
    • Water pipe.
    • Inlet drainage.
    • Outlet drainage.
    • Temperature controller.
    • Thermometer.
    • Air Blower.
    • Air Pump (DC Pump).
    • Air Stone with point.
    • Water Pipe.
    • Water Tank.
    • Connector.
    • T-shape Connector.
    • Adjustable pH meter with pH test paper.
    • Manual Salinity Meter/Gravity meter.
    • TDS Meter.
    • Ammonia test kit.
    • D.O. meter.
    • Solar Panel with DC/AC meter.

    Biofloc कैसे तैयार करें?

    Biofloc तैयार करने के लिए चूना या lime, प्रोबायोटिक (probiotics ), रॉक साल्ट (rock Salt), लिक्विड गुड से एक मिश्रण तैयार करके पानी में मिलाया जाता है। अगर आपकी 10000 लीटर की कैपेसिटीवाली टंकी है तो 5000 लीटर पानी टंकी में भरकर फिर उस मिश्रण को मिलाकर 7 से 10 दिन तक छोड़ दे। इसमें Airway की छोटी-छोटी पाइप डाले जाते हैं जो नीचे की पानी को ऊपर की तरफ blow करती है। 7 से 10 दिन के पानी में floc की मात्रा को चेक करके फिर floc छोड़ा जाता है और पानी डाली जाती है. इस प्रोसेस में Airway pipe की अहम भूमिका होती है जिसके जरिए मछली की मल को फिर से floc बनाया जाता है फिर मछली उसको खा लेती है.

    इस सिस्टम में आपको कोई भी फिल्टर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन Airblower चलाने के लिए आपको इलेक्ट्रिसिटी चाहिए इसलिए 24 घंटे पावर बैकअप जरुरी है.b

    Biofloc fish farming setup करने के लिए आप जितने टैंक लगाएंगे और टैंक की साइज क्या है उस हिसाब से खर्चा होगा। आप अपनी पूंजी के हिसाब से शुरू कर सकते हैं फिर भी मेरे ख्याल से दो से तीन लाख लगेंगे। आप कितनी टंकी लगाएंगे इस हिसाब से खर्च आएगा। एक टंकी में लगभग 25,0000 से ₹30,000 लगता है आर चारा खिलाने का अलग। इस सिस्टम से आप साल में तीन से चार बार fish farming कर सकते हैं.  20000 लीटर के कैपेसिटी के टैंक में आप 3:1 के अनुपात से मछली की चारा या fish Seed डाल सकते हैं. टंकी के कैपेसिटी की हिसाब से टंकी में fish seed डालें। इस सिस्टम से आप 1 साल में दो से तीन बार मछली उत्पादन कर सकते हैं मतलब 4 से 6 महीने में आपके मछली रेडी हो जाएंगे मार्केट में बेचने के लिए।

    Fish farming को बढ़ावा देने के लिए गवर्नमेंट ICAR-CIBA की तरफ से ट्रेनिंग दी जाती है और workshops  भी चलाए जाते हैं। तो अगर आपको भी इंटरेस्ट है तो आप भी ट्रेनिंग लेकर biofloc system से fish farming कर सकते हैं और इस बिजनेस से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. आजकल गवर्नमेंट की तरफ से फिश फार्मिंग के लिए 60% सब्सिडी भी दी जा रही है और हमारी सरकार मछली पालन को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि सभी बेरोजगार अपनी रोजी रोटी चला सके खासकर युवा वर्ग के बेरोजगार पुरुष और महिलाओं के लिए। महिलाओं को कुछ ज्यादा ही सब्सिडी मिलती है पुरुष की तुलना में ताकि वह अपनी पहचान बना सके और अपनी परिवार का सहारा बन सके और गुजर बसर अच्छे से कर सके चाहे तो मछली पालन हो या कोई भी उद्योग।

    Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू कर सकते हैं?

    Kadaknath Chicken Poultry Farming कैसे शुरू कर सकते हैं? Kakadnath Chicken कड़कनाथ चिकन क्या है? कड़कनाथ  चिकन की रंग पूरी तरह से काला होता ...